कांग्रेस को उपचुनावों में कम से कम 20 सीटें जीतने की उम्मीद थी लेकिन रुझान कुछ और ही बता रहे हैं। कांग्रेस ने राज्य में सत्ता में वापसी करने के लिए उपचुनावों में जोरदार प्रचार किया था क्योंकि नंबर गेम के मुताबिक पार्टी को कम से कम 22 सीटें जीतनी थीं लेकिन मतगणना के रुझान के मुताबिक पार्टी दोहरे अंक के आंकड़े पर भी नहीं पहुंच पाई है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा मार्च में 25 विधायकों के साथ पार्टी छोड़ने के बाद कमलनाथ की सरकार गिर गई थी। विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए कांग्रेस को मध्य प्रदेश की सभी 28 सीटें जीतने की जरूरत थी। दूसरी ओर सत्तारूढ़ भाजपा को 116 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए केवल 9 सीटों की जरूरत है।
230 सदस्यों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में अभी भाजपा के पास 107 विधायक, कांग्रेस के पास 88, बसपा के पास 2, सपा के पास 1 और निर्दलीय 4 विधायक हैं।
–आईएएनएस
एसडीजे/एएनएम