मनीष चौधरी का शव गुरुवार को कंकरखेड़ा में ड्राइवर की सीट पर मिला था। पुलिस ने बताया कि एसयूवी में एक देसी पिस्तौल, एक शराब की बोतल और एक गिलास भी पड़ा था।
38 साल के मनीष चौधरी उर्फ मिंटू 2018 में एक वीडियो के बाद सुर्खियों में आए थे, जिसमें उन्हे एक पुलिस अधिकारी को पीटते हुए देखा गया था।
मेरठ नगर निगम के एक भाजपा वार्ड सदस्य, चौधरी तीन साल पहले अपने रेस्तरां में एक सब-इंस्पेक्टर की पिटाई के आरोप में जेल भी गये थे।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया, जिसके बाद चौधरी पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया था।
गुरुवार को पुलिस ने दावा किया कि चौधरी ने फोन पर एक रिश्तेदार से बात करने के बाद खुद को गोली मार ली।
चौधरी के बहनोई कुलदीप धामा ने पुलिस शिकायत दर्ज कर हत्या का आरोप लगाया है।
धामा ने संवाददाताओं से कहा, मेरे साले गुरुवार शाम को घर से चले गए थे। उन्हें कुछ डील करनी थी और 9 लाख रुपये नकद और कुछ सोने के गहने लेकर जा रहे थे। वह ठीक और स्वास्थ्य था। ऐसा लगता है कि किसी ने उनकी हत्या की है।
एसपी (शहर) विनीत भटनागर ने कहा, पहली नजर में यह आत्महत्या का मामला है, जिसे एक ऑडियो क्लिप द्वारा पुष्टि की जा सकती है, जो उसने एक रिश्तेदार को भेजी थी, लेकिन हम इस मामले की जांच कर रहे हैं। फोरेंसिक टीमों ने नमूने एकत्र किए हैं और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
–आईएएनएस
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