चीन को बदनाम करने के लिए काल्पनिक कहानी की रचना कर रहे हैं अमेरिकी राजनेता

बीजिंग, 7 अगस्त (आईएएनएस)। इस साल मई में अमेरिकी राष्ट्रपति ने गुप्तचर विभाग से कोविड-19 की ट्रेसिबिलिटी जांच करने का आदेश दिया और आधे महीने बाद तथाकथित जांच रिपोर्ट पेश की जाएगी। अंतिम समय सीमा आने से पहले अमेरिकी मीडिया, राजनेताओं और गुप्तचर संस्थाओं आदि ने कहानी बनाने और चीन को बदनाम करने का खेल रचने की पूरी कोशिश की है।

5 अगस्त को अमेरिकी सीएनएन ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा कि अमेरिकी गुप्तचर संस्था ने जांच में एक जीन डेटा के भंडार की खोज की, जिसमें वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से आए जीन डेटा भी शामिल हैं। एक बार इसका पता चल जाए, तो कोविड-19 की उत्पत्ति लोगों के सामने आ सकेगी। लेकिन रिपोर्ट ने साथ ही मान्यता दी कि अभी पता नहीं कि अमेरिकी गुप्तचर संस्था को कैसे और कब उपरोक्त सूचनाएं मिली थीं।

नि:संदेह सीएनएन के पास कोई सबूत नहीं है। उसकी रिपोर्ट लोगों का ध्यान वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की तरफ खींचना चाहती है और फिर एक बार चीन पर कालिक पोतना चाहती है। वास्तव में इस साल मई में अमेरिकी सरकार द्वारा फिर एक बार तथाकथित प्रयोगशाला रिसाव सिद्धांत का प्रचार करने के बाद कई पश्चिमी मीडिया संस्थाएं निरंतर रूप से आधारहीन रिपोर्टें जारी करती रहीं। अमेरिका में गुप्तचर संस्था और मीडिया के अलावा, कई राजनेता भी बढ़-चढ़ कर चीन को बदनाम करते रहे।

हाल में कोविड-19 महामारी विश्व में फैल रहा है। विश्व में कोविड-19 के कुल पुष्ट मामलों की संख्या 20 करोड़ पार कर गई है। अमेरिकी जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका में कोविड-19 के कुल 3.53 करोड़ पुष्ट मामले हैं और मृत्यु मामले 6.14 लाख से भी ज्यादा हैं, जो विश्व में पहले स्थान पर हैं।

इसी कुंजीभूत वक्त पर महामारी का मुकाबला और लोगों को बचाना फौरी कार्य होना चाहिए।

5 अगस्त को चीन ने घोषणा की कि चीन इस साल विश्व को 2 अरब वैक्सीन प्रदान करेगा और कोवैक्स को 10 करोड़ यूएस डॉलर का चंदा देगा। यह चीन द्वारा विश्व महामारी-रोधी सहयोग के लिए किया गया नया योगदान है।

जो अमेरिकी राजनीतिक चाल खेलने में लगे रहते हैं, क्या वे चीनियों की तरह अंतर्राष्ट्रीय कर्तव्य भी निभा सकते हैं? कहानी बनाने से वे अमेरिका और दुनिया को नहीं बचा सकते हैं। सिर्फ विज्ञान का सम्मान कर एकजुट होकर सहयोग करने से ही मनुष्य इस संघर्ष में जीत पा सकेगा। जल्दी जागो अमेरिका के कुछ राजनेता!

( साभार— चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )

–आईएएनएस

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