जितना चाहिए कर्ज लो, चुकाना न चुकाना बाद की बात

केंद्रीय मंत्री ने दी कर्ज न चुकाने की अजीब सलाह

आठवले ने बैंकों को भी कोसा

पिंपरी: नीरव मोदी मामला उजागर होने के बाद जहां बैंकों के डूबते दर्ज को लेकर सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं, वहीं सरकार के मंत्री लोगों को कर्ज न चुकाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। सामाजिक सलोखा परिषद में भाग लेने पिंपरी-चिंचवड़ आए आरपीआई सुप्रीमो व केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने अपने कार्यकर्ताओं को कुछ ऐसी ही सलाह दे डाली। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘जितना चाहे कर्ज लो, मैं मदद करूंगा। कर्ज चुकाना है या नहीं ये बाद की बात है। किसानों की कर्ज माफी के बाद महात्मा फुले, अन्नाभाऊ साठे महामंडलों के कर्ज भी माफ होंगे। खुद मुख्यमंत्री ने हमें इस बारे में आश्वस्त किया है’।

बढ़ाएंगे सरकार की परेशानियां
गौर करने वाली बात यह है कि परिषद से पहले संवाददाता सम्मेलन में आठवले ने नीरव मोदी से जुड़े पंजाब नेशनल बैंक घोटाले को गंभीर बताया और कहा कि मोदी जल्द सलाखों के पीछा होगा। लेकिन बाद में उन्होंने खुद ही अपने कार्यकर्ताओं को एक तरह से कर्ज न चुकाने की सलाह दे डाली। आठवले का यह बयान सरकार की परेशानियों में इजाफा कर सकता है। केंद्रीय मंत्री ने बैंकों पर भी नाराजगी जताते हुए कहा कि इतने बड़े घोटाले करने वाले बैंक महामंडलों के कर्ज देने में आनाकानी करते हैं।

मेरी वजह से बनते हैं पीएम-सीएम
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा ‘दलित आदिवासी समुदाय के आरक्षण को छोड़ बचा हुआ आरक्षण देने पर हमारा विरोध नहीं है। अगर आरक्षण या संविधान को हाथ भी लगाया तो सत्ता से उखाड़ फेंकने में देर नहीं लगेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमें इस बारे में आश्वस्त किया है’। मंत्रिपद के बारे में होने वाली टिप्पणियों पर उन्होंने कहा कि मेरी वजह से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री बनते हैं, फिर अगर मुझे मंत्रिपद मिलता है तो उनके पेट मे दर्द क्यों उठता है? डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर का स्टेचू ऑफ लिबर्टी से भी ऊंचा स्मारक बनाने की घोषणा भी उन्होंने की।

ये रहे उपस्थित

इस परिषद के मंच पर पुणे के उपमहापौर डॉ सिद्धार्थ धेण्डे, वरिष्ठ नेता चंद्रकांता सोनकाम्बले, बालासाहेब भागवत, हेमंत रनपिसे, सुरेश निकालजे, बालासाहेब रोकड़े, सुधाकर बारभुवन, अजीज शेख, डॉ विजय मोरे, पप्पू कागदे, मंदार जोशी, डी एम चव्हाण, विनोद चंदमारे आदि उपस्थित थे।