दिल्ली : 12 दिन में दूसरी बार घिरा पुलिस मुख्यालय, जेएनयू दिव्यांग छात्रों ने डेरा डाला

नई दिल्ली, 20 नवंबर 2019 (आईएएनएस)। जय सिंह रोड स्थित नया पुलिस मुख्यालय जब से दिल्ली पुलिस को मिला है, तभी से पुराने मुख्यालय (आईटीओ स्थित) और दिल्ली पुलिस की मुसीबतें बढ़ गई हैं। पांच नवंबर को तीसहजारी कांड को लेकर दिल्ली पुलिस कर्मियों ने अपने ही पुराने मुख्यालय को घेर लिया था। इस घटना को अभी 12 दिन ही बीते होंगे कि बुधवार को जेएनयू के नाराज छात्रों ने डेरा डाल दिया। दिल्ली पुलिस मुख्यालय घेरने वाले नाराज विद्यार्थियों में अधिकांश नेत्रहीन बताए जाते हैं।

बुधवार शाम आईएएनएस से बात करते हुए दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) रणवीर सिंह कृष्णया ने पुलिस मुख्यालय पर नेत्रहीन विद्यार्थियों के पहुंचने की बात मानी। उन्होंने कहा, “दरअसल पुलिस मुख्यालय पहुंचे छात्र व छात्राओं ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को एक ज्ञापन सौंपना चाहते थे, उनका ज्ञापन पुलिस कमिश्नर को पहुंचा दिया गया है। ज्ञापन में मौजूद सभी बिंदुओं पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।”

उधर नेत्रहीन विद्यार्थी फोरम के बैनर तले दिल्ली पुलिस मुख्यालय पहुंचे सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने अपनी मांगों को लेकर खूब बबाल काटा। हालांकि, बाद में दिल्ली पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर और उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन देकर वापस भेज दिया। अचानक पुलिस मुख्यालय घेरने पहुंची छात्रों की भीड़ को देखते ही मुख्य द्वारों पर तैनात सुरक्षाकर्मी अलर्ट मोड में आ गए। आनन-फानन में सूचना पुलिस मुख्यालय सुरक्षा अनुभाग और मध्य दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त (जिनके क्षेत्र में दिल्ली पुलिस पुराना मुख्यालय स्थित है) मंदीप सिंह रंधावा भी मौके पर पहुंच गए।

पुलिस मुख्यालय घेरने पहुंचे छात्र इस बात से नाराज थे कि जेएनयू विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया। अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। नाराज छात्रों को शांत करके किसी तरह से दिल्ली पुलिस मुख्यालय के मुख्य द्वार को उनके कब्जे से मुक्त कराने की उम्मीद में, डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा पूरे समय दिव्यांग छात्रों की हां में हां ही मिलाते देखे-सुने गए।

इस सिलसिले में बुधवार को मीडिया से रूबरू हुए दिल्ली पुलिस प्रवक्ता और मध्य दिल्ली जिले के डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने कहा, “इन छात्रों की कुछ मांगें थीं। जो 18 नवंबर को हुए छात्र प्रदर्शन से संबंधित थीं। इन छात्रों का ज्ञापन ले लिया गया है। इन छात्रों ने कुछ सपोटिर्ंग वीडियो भी हमें सौंपे हैं।”