दूध और पानी की बोतल होंगे महंगे!

-सरकार वसूलेगी रीसाइकलिंग सेस

-दूध के खाली पाउच लौटने पर वापस मिलेंगे 50 पैसे    

मुंबई: संभव है आने वाले दिनों में आपको दूध के लिए 50 पैसे अतिरिक्त चुकाने पड़ें। ऐसा इसलिए कि राज्य सरकार दूध के पाउच और प्लास्टिक वाली बोतलों की रीसाइकलिंग के लिए ग्राहकों से अतिरिक्त शुल्क वसूलने जा रही है। मालूम हो कि राज्य में लागू होने जा रहे प्लास्टिक बैन के बावजूद दूध के पाउच और पानी की बोतलों को छूट मिलेगी। हालांकि, अब ग्राहकों को दूध की थैली पर 50 पैसे और पीने के पानी वाली बोतलों पर 1 रुपए का अतिरिक्त शुल्क देना होगा, जिससे इनकी रीसाइकलिंग की जा सके। हालांकि, बोतल और पाउच लौटा देने पर आपको आपके पैसे वापस मिल जाएंगे।

निर्माता भी दायरे में

इसके साथ ही राज्य सरकार अपनी एक पुरानी नीति के प्रावधानों को भी फिर से लागू करने की कोशिश में है, इसके माध्यम से प्लास्टिक के कचरे को दोबारा एकत्र किया जाएगा। सरकार की नीति के मुताबिक, वह निर्माता पर भी रीसाइकल सेस लगाने की तैयारी में है। अगर निर्माता अपने उत्पाद को रीसाइकल करेंगे तो उन्हें सेस वापस मिल जाएगा। सरकार इस योजना के लिए जीएसटी अधिकारियों और स्थानीय संस्थाओं से बात कर रही है।

…तो बंद होगी यूनिट

इस योजना के लागू होने पर निर्माता रिटेलर्स से और रिटेलर्स ग्राहक से पैसा वसूलेंगे और रीसाइकलिंग सुनिश्चित की जा सकेगी। इसी महीने के अंत तक पर्यावरण विभाग अधिसूचना जारी कर देगा, जिसके मुताबिक, प्लास्टिक बैग और अन्य पैकिंग सामग्री पर बैन लग जाएगा।  सरकार ने प्लास्टिक बोतल बनाने वाले निर्माताओं के लिए जरूरी कर दिया है कि वह बैन लागू होने के तीन महीने के अंदर रीसाइकलिंग प्लांट भी लगाएं। ऐसा ना करने पर उनकी यूनिटें बंद कर दी जाएंगी।