देश को उंचाई की चोटी पर ले जाने में इंजीनियर की भूमिका महत्वपूर्ण

पुणे : पुणे समाचार

टेक्सेफेयर-१८ के  उदघाटन मौके पर प्रा. प्रकाश जोशी ने कहा

इंजीनियरिंग शाखा के छात्रों में नेतृत्व और सुप्त कलागुणों को बढावा देने एमआइटी तथा एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी की ओर से राष्ट्रीय स्तर की एमआइटी

‘टेक्सेफेयर-१८’ यह दो दिवसिय प्रतियोगिता उपक्रम का उद्घाटन एमआइटी के संस्थापक विश्‍वस्त प्रा. प्रकाश जोशी ने किया.

यहां छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, किसी भी संस्था की उन्नती वहां के छात्रों पर निर्भर होती हैै. देश को शीखर उंची चोटी पर ले जाने के लिए इंजीनियर की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है. इंजीनियर सदैव अपने नए विचार तथा संशोधन के जरिए देश को उन्नती की राह पर ले जा सकते है.

छात्रों के करियर में चार चांद लगाना तथा सभी विभाग के छात्रों में एक दूसरों के बीच उचित समन्वय साधकर उनमें कार्य का आदान- प्रदान करने के मुख्य उद्देश्य को लेकर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है.

कोथरूड स्थित एमआइटी क्षेत्र में आयोजित दो दिवसिय ‘टेक्सेफेयर-१८’ का यह पांचवा वर्ष है. जिसमें कम्प्यूटर, ई एंड टीसी व मेकॅनिकल इंजीनियर विभाग के लगभग ६०० विद्यार्थीयों ने बढचढकर हिस्सा लिया. टेक्सेफेयर-१८ के चेअरपर्सन विद्यार्थी प्रीतमकुमार सिंह, ऋषिकेश हडवले तथा सोनल जोतवाणि है.

‘टेक्सेफेयर-१८’ में टेक्नीकल तथा नॉन टेक्नीकल ऐसी दो प्रतियोगिता का आयोजन किया है. इस वर्ष मेकॅनिकल शाखा के छात्रोंद्वारा रैलीमेनिया, मिस्टर मेकॅनिकल, कॉन्ट्रॅपशन, डिजाइनर प्रो, इ एंड टीसी शाखा की ओर से रोबोरेस, सर्क्यूट्रेक्स, लाइन ट्रैकर, बॉलवॉर्स, बीई प्रोजेक्ट, टीई प्रोजेक्ट व कम्प्यूटर शाखा की ओर से अल्गोहोलिक्स, कोड ब्रेक, कोडस्टॉर्म, जंकयार्ड वॉर इ.स्पर्धा रखी गई है. उसी तरह नॉन-टेक्निकल स्पर्धाओं में  ग्र्राफिक गेमिंग, बॉक्स सॉफर, बॉक्स क्रिकेट, जीके क्ऊिे तथा फोटोग्राफी का समावेश हैे. उद्घाटन मौके पर  एमआइटी के प्राचार्य प्रा. डॉ.एल.के.क्षीरसागर, डॉ. बी.एस. चौधरी, प्राध्यापिका कुलकर्णीतथा प्रा.विज उपस्थित थे