पुणेसमाचार :
पंचम निषाद द्वारा समन्वय इस दो दिवसीय संगीत महोत्सव का शनिवार १० फ़रवरी २०१८ को शाम ७.०० बजे और रविवार ११ फ़रवरी २०१८ को सुबह १०.०० बजे और शाम ७.०० बजे कोथरूड के यशवंतराव चव्हाण नाट्यगृह में आयोजन किया गया है. यह कार्यक्रम वर्तमान पिढी केयुवा प्रतिभाशाली कलाकारों पर केंद्रित है, इस महोत्सव में तीन अनोखी संकल्पनाए होंगी। जिसमें सहोदर- द सिबलिंग्ज, त्रिभुक्ती- द कॉन्फ्लूअन्स और जसरंगी -शिवा और शक्ती इनका समावेश है.
सहोदर- द सिबलिंग्ज यह सादरीकरण 10 फरवरी को शाम ७.०० बजे होनेवाला है. इस अवसर पर चिराग और चिंतन यह कट्टी बंधू सितार युगल वादन करेंगे, स्वप्नील भिसे और यशवंत वैष्णव तबला की साथसंगत करेंगे।
त्रिभुक्ती- द कॉन्फ्लूअन्स रविवार ११ फरवरी को १० बजे सुबह के सत्र में देबोप्रिया और शुचिस्मिता यह भगिनी बासरी वादन करेंगी और किशोरवयीन लेकिन प्रतिभावान यज्ञेश रायकर के व्हायोलिन वादन का एकत्रीत कलाविष्कार का अनुभव रसिक श्रोताओं को मिलेगा. इस कार्यक्रम का शीर्षक त्रिभुक्ती है. सुविख्यात गायक और रचनाकार कै. रामाश्रय झा इनके कथन के नुसार, जहा गंगा, जमुना और सरस्वती का संगम होता हैं उस प्रवेश को त्रिभुक्ती कहते है. उन्हें भूषण परचुरे इस समय तबला की साथसंगत करेंगे।
जसरंगी’. शिवशक्ती के स्वरमीलन का ‘जसरंगी’ यह प्रयोग ११ फरवरी को शाम ७.०० बजे होनेवाला है. जसरंगी” जुगलबंदी मतलब दो गायकों ने एक प्रकृतिस्वभाव के लेकिन दो भिन्न राग एक ही समय पर गाना। इनकी जसरंगी जुगलबंदी से समन्वय महोत्सव की सांगता कृष्णा बोंगाणे और अंकिता जोशी इनका युगल गायन (व्होकल ड्युएट) से की जानेवाली है. अजिंक्य जोशी, रोहीत मुजूमदार तबला की साथ देनेवाले है और अभिनय रवंडे,निरंजन लेले हार्मोनियम की साथसंगत करनेवाले है.