भाजपा में मचे घमासान के लिए पिम्परी का नेता जिम्मेदार!

मनपा चुनाव में टिकट कटने का लिया बदला; प्रत्याशी तय करने में निभाई अहम भूमिका

पिम्परी। स्थायी समिति अध्यक्ष पद के चुनाव में नामांकन से ही सत्ताधारी भाजपा में घमासान छिड़ गया है, इस्तीफों का दौर शुरू होने से पार्टी दोफाड़ की कगार पर खड़ी हो गई है। इन पूरे हालातों के लिये पहले कांग्रेस और अब भाजपा में शामिल रहे पिम्परी कैम्प के एक वरिष्ठ नेता के जिम्मेदार रहने की जानकारी सामने आई है। पिम्परी चिंचवड़ मनपा चुनाव में अपनी टिकट कटने का बदला लेते हुए अपने और विधायक व भाजपा शहराध्यक्ष लक्ष्मण जगताप की कॉमन समर्थक को स्थायी समिति अध्यक्ष पद की दावेदारी दिलाने में इस नेता ने अहम भूमिका निभाई है।

क्या हुआ

यह नेता कोई और नहीं बल्कि पिम्परी कैम्प के व्यापारियों व उद्यमियों का नेतृत्व करने वाली सेवा विकास बैंक के चेयरमैन एड अमर मूलचंदानी हैं,जो हमेशा से अपनी कारगुजारियों के लिए पूरे पिम्परी चिंचवड़ शहर में पहचाने जाते हैं। स्थायी समिति अध्यक्ष पद हेतु भाजपा ने जिन्हें प्रत्याशी घोषित किया है उन ममता गायकवाड़ के पति व पूर्व नगरसेवक विनायक गायकवाड़ एड मूलचंदानी और विधायक लक्ष्मण जगताप दोनों के करीबी हैं। यह मूलचंदानी की ही कारगुजारियों का नतीजा है कि, स्थायी समिति अध्यक्ष पद की रेस में आगे चल रहे विधायक महेश लांडगे के समर्थक राहुल जाधव और पुराने निष्ठावानों में शामिल शीतल उर्फ विजय शिंदे और विलास मडेगीरी के पत्ते कट होते हुए अचानक से ममता गायकवाड़ का नाम तेजी से आगे आ गया और वे भाजपा की आधिकारिक प्रत्याशी भी घोषित की गई। पार्टी में मचे घमासान को रोकने में कामयाबी मिलने के बाद वे बिना दिक्कत अध्यक्ष पद पर चुनी भी जाएंगी।

क्या है वजह

साल भर पूर्व हुए पिम्परी चिंचवड़ मनपा चुनाव में एड अमर मूलचंदानी चिंचवड़ और पिम्परी के इलाकों के संयुक्त समावेश वाले उस प्रभाग से इच्छुक थे जहां से शीतल शिंदे नगरसेवक चुने गए हैं। तब मूलचंदानी का टिकट भी फिक्स हो जाता अगर शिंदे और उनके हिमायती भाजपा नेताओं ने विरोध न किया होता। शिंदे व उनके हिमायती नेताओं ने भाजपा के पुराने और मौजूदा नगरसेवक की बजाय चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए मूलचंदानी को टिकट देने पर कड़ा एतराज जताया था, जिसके चलते उनका पत्ता कट गया। अब जब शिंदे स्थायी समिति अध्यक्ष पद की रेस में आगे चल रहे थे, तब मूलचंदानी ने अपना दांव चला और अपने परम मित्र विधायक लक्ष्मण जगताप व खुद अपने दोनों के कॉमन करीबी रहे पूर्व नगरसेवक विनायक गायकवाड़ की नगरसेविका पत्नी को स्थायी समिति अध्यक्ष पद की दावेदारी दिलाकर एक तीर से दो निशाने साध लिये हैं।