मध्य रेल में अप्रैल 2017 से जनवरी 2018 के दौरान बिना टिकट तथा अनियमित यात्रियों के विरूध्द सघन अभियान चलाया गया। इस अवधि में 130.44 करोड रूपये टिकट चेकिंग अर्जन दर्ज किया गया। यह प्रयास रेल के यात्रियों को बेहतर सेवा देने तथा बिना टिकट यात्रा पर लगाम लगाने के लिए चलाए जाते हैं। इसके लिए मध्य रेल द्वारा नियमित रूप से अभिनव कदम उठाए जाते हैं । वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बिना टिकट यात्रा से होने वाले राजस्व हानि तथा अन्य अनियमिताओं की गहन निगरानी रखी जाती है।
जनवरी 2018 में बिना टिकट /अनियमित यात्रा एवं बिना बुक किये सामान के 2.16 लाख मामले दर्ज किए गए थे जिसकी तुलना में जनवरी 2017 के दौरान बिना टिकट /अनियमित यात्रा एवं बिना बुक किये सामान के कुल 1.94 लाख मामले दर्ज किए गए तथा इसमें इस वर्ष 11.32% बढोत्तरी हुई। जनवरी 2018 में जुर्माने के रूप में 9.35 करोड रूपये की राशी वसूली गई जो कि जनवरी 2017 में 8.38 करोड रूपये थी तथा इसमें 11.53% बढोत्तरी हुई।
अप्रैल 2017 से जनवरी 2018 के अवधि के दौरान बिना टिकट /अनियमित यात्रा एवं बिना बुक किये सामान के 26.57 लाख मामले दर्ज किये गए जो कि पिछले वर्ष 22.63 लाख थे तथा इसमें 17.38% की बढोत्तरी हुई। पिछले वर्ष की जुर्माना राशि 108.91 करोड रूपये की तुलना में इस वर्ष 130.44 करोड रूपये जुर्माने के रूप में वसूले गए तथा इसमें 19.77% की बढोत्तरी हुई।
जनवरी 2018 के दौरान आरक्षित यात्रा टिकट के हस्तातंरण के 362 मामले पाए गए तथा जुर्माने के रूप में 2.97 लाख रूपये वसूले गए। मध्य रेल यात्रियों से अपील करती है कि वे प्रतिष्ठा सहित यात्रा करें तथा असुविधा से बचने के लिए उचित तथा वैध रेलवे टिकटों के साथ अपनी यात्रा करे।