राज्य पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी ‘अपराध सिद्धी पुरस्कार’ से सम्मानित

पुणेः पुणे समाचार

अगस्त 2016 से अप्रैल 2017 तक महाराष्ट्र राज्य में अपराधों की 15 श्रेणियों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 80 अधिकारी और कर्मचारियों को अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस संजय कुमार के हाथों उत्कृष्ट अपराध सिद्धी पुरस्कार से नवाज़ा गया। इस अवसर पर उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उसी के साथ चैन्नई में हुए अखिल भारतीय पुलिस कर्तव्य सम्मेलन में महाराष्ट्र पुलिस संघ को तीन रजत और तीन कांस्य पदक मिले थे, उन पदक विजेता खिलाड़ियों के साथ अपराध जाँच अनुभाग के तहत क्रीड़ा स्पर्धाओं में विजेता रहे दल का भी सम्मान किया गया। प्रदेश में विभिन्न विभागों में कार्यरत पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों का भी सम्मान किया गया।

यह अवसर था उन पुलिसकर्मियों के सम्मान का जिन्होंने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की है। कई अधिकारियों ने कई गंभीर अपराधों को हल कर दिखाया था। मुंबई पुलिस द्वारा हल किया गया प्रीति राठी एसिड हमला हो या औरंगाबाद के बीड़कीन ग्रामीण विभाग पुलिस द्वारा मोक्का के अंतर्गत 11 आरोपियों को सज़ा दिलवाने का काम हो, सीआईडी के वेंगुर्ला पुलिस थाने में दर्ज हुआ दोहरा हत्याकांड हो…हर मामले को पूरी कर्मनिष्ठा से सुलझाने वाले पुलिसकर्मियों को अपराध सिद्धी पुरस्कार दिया गया।

पुलिस महकमे के कर्मचारी और अधिकारी हमेशा काम के तनाव में रहते हैं। उन्हें तनाव से मुक्ति मिले और कुछ समय वे भी अलग से जी सकें इसलिए पिछले साल की तरह इस साल भी विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें सभी कर्मचारियों ने बड़े उत्साह से भाग लिया था।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस संजय कुमार ने कहा, अपराध की जड़ तक पहुँचना किसी एक कर्मचारी का काम नहीं होता बल्कि पूरे प्रदेश के पुलिस दल के अधिकारी-कर्मचारी एक-दूसरे की मदद से यह काम करते हैं। अदालत तक किसी मामले को ले जाने में अपराध के होने से केस बनाने तक पूरा टीम वर्क होता है।

इन पुरस्कारों को वर्ष 2009 से शुरू किया गया था। पुलिस कर्मचारियों को प्रेरणा मिल सके इस दृष्टिकोण से ये पुरस्कार दिए जाना प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस संजीव कुमार सिंघल, पुलिस के विशेष महानिरीक्षक सुनील रामानंद, पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ. जय जाधव, पुलिस अधीक्षक कल्पना बारवकर सहित बड़ी संख्या में अपराध जाँच विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।