राहुल जाधव के इस्तीफे से जगताप समर्थकों की बढ़ी चिंता

पिम्परी। पुणे समाचार ऑनलाइन

स्थायी समिति अध्यक्ष पद के चुनाव से पिम्परी चिंचवड़ मनपा की सत्ताधारी भाजपा में शुरू हुआ इस्तीफों का दौर अभी भी जारी है। बीते दिन विधायक महेश लांडगे के कट्टर समर्थक राहुल जाधव ने स्थायी समिति सदस्य पद से इस्तीफा दिया। महापौर बदलाव की बयार में उनके इस्तीफे ने नए संकेत दे दिये हैं। इसके चलते महापौर पद की बाट जोह रहे भाजपा शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप के समर्थकों की चिंता बढ़ गई है।

विधायक जगताप ने अपनी समर्थक ममता गायकवाड़ को मौका देकर स्थायी समिति अध्यक्ष पद पर लगातार दूसरे साल अपने कब्जा बनाया। रखने में सफलता पायी। विधायक लांडगे गुट के राहुल जाधव को मौका न मिलने से भाजपा में सियासी घमासान छिड़ा रहा। जाधव के साथ ही महापौर नितिन कालजे और क्रीड़ा समिति अध्यक्ष लक्ष्मण सस्ते ने अपने इस्तीफे सौंप दिए। इस्तीफों का दौर एक ड्रामा साबित हुआ और चुनाव निर्विघ्न सम्पन्न हुआ। सियासी घमासान शांत करने के लिहाज से दोनों विधायकों हुई ‘डील’ में स्थायी समिति अध्यक्ष पद जगताप के चिंचवड़ निर्वाचन क्षेत्र में जाने के बाद महापौर पद लांडगे के भोसरी निर्वाचन क्षेत्र में ही कायम रखना तय हुआ है।

स्थायी समिति अध्यक्ष पद न मिलने से नाराज राहुल जाधव ने स्थायी समिति सदस्य पद से इस्तीफा महापौर नितिन कालजे को सौंप दिया। उन्होंने यह कदम तब उठाया है जब मनपा में महापौर बदलाव की बयार तेज हो चली है। उनका इस्तीफा महापौर पद की दिशा में उठाया गया पहला कदम माना जा रहा है। इससे विधायक जगताप गुट की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि इस गुट के शत्रुघ्न काटे महापौर पद के लिए तीव्र इच्छुक हैं। अगर इस बार भी महापौर पद लांडगे समर्थक को मिलता है तो चिंचवड़ निर्वाचन क्षेत्र याने विधायक जगताप के खेमे में निराशा व्याप्त होना लाजिमी है। इस नाराजगी को दूर करने के लिए सभागृह नेता एकनाथ पवार की बलि चढ़ाई जाएगी, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।