रिसेल गाड़ियों सबसे बड़े बाजारों में शुमार हुआ पुणे

पुणे : देश में पुराने वाहनों के बाजार में दिल्ली, पुणे, अहमदाबाद और बेंगलुरु सबसे बड़े बाजार में रूप में उभरे है। प्रमुख आॅनलाइन आॅटोमोबाइल मार्केटप्लेस ड्रूम ने 2017 के लिए अपनी सालाना आॅटोमोबाइल रिसर्च रिपोर्ट जारी की, जिसमें यह दावा किया गया है कि रिसेल गाड़ियों के चार सबसे बड़े बाजारों के तौर पर दिल्ली, पुणे, अहमदाबाद और बेंगलुरू उभरकर सामने आए। दिल्ली, पुणे और लुधियाना देश के टॉप तीन कार बाजार के तौर पर सामने आए जबकि दिल्ली, पुणे और अहमदाबाद ने दोपहिया वाहनों में टॉप तीन पर कब्जा जमाया है। मुंबई, हैदराबाद, जयपुर, गाजियाबाद तथा गुडगांव चारपहिया वाहनों के लिए उभरते बाजार हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक बजाज पल्सर, हीरो पैशन प्रो और बजाज डिस्कवर टॉप परफॉर्मिंग मोटरसाइकिल के रूप में उभरे हैं,जबकि हार्ले डेविड्सन, सुजुकी हायाबुसा और कावासाकी निंजा ने सुपरबाइक्स सेग्मेंट में कब्जा जमाया है। कार वर्ग में स्विफ्ट, स्विफ्ट डिजायर और होंडा सिटी ग्राहकों की पहली पंसद बनकर अभरे हैं। ड्रूम पर बेची गई मोटरसाइकिलों की औसत उम्र 63 माह रही, जबकि स्कूटर की 57 माह और सुपर-बाइक की 37 माह रही है। इस पर बिकने वाली पुरानी कारों की औसत उम्र 71 महिने रही है। लग्जरी और सुपर कार में औसत उम्र 64 माह रही है। मोटरसाइकिल का औसत बिक्री मूल्य 42 हजार 039 रुपए, स्कूटर के लिए 32 हजार166 रुपए , कारों के लिए 5 लाख 44 हजार 478 रुपए रहा है।

ड्रूम के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा गय है कि, कारों और मोटरसाइकिलों के आॅनलाइन बिक्री की बाजार हिस्सेदारी बढ़ रही है। यह एक संकेत है कि लोगों की खर्च करने की क्षमता बढ़ी है। वहीं भारतीय कंज्यूमर आॅनलाइन प्लेटफार्म को तेजी से अपना रहे हैं। 180 अरब डॉलर के वार्षिक कारोबार के साथ भारत इस समय दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा आॅटोमोबाइल बाजार है और इसका मात्र 0.6 प्रतिशत ही आॅनलाइन प्लेटफार्म पर है लेकिन जिस गति से लोग आॅनलाइन बाजार में आ रहे हैं उससे इसके वर्ष 2022 तक बढकर 6 से 7प्रतिशत पर पहुंचने का अनुमान है। मेक इन इंडिया कार्यक्रम को भारतीय उपभोक्ताओं का भी भरपूर साथ मिल रहा है। भारत में बनी कारों और मोटरसाइकिलें उपभोक्ताओं की पहली पसंद है। मैनुअल ट्रांसमिशन अब भी दोपहिया और चार पहिया वाहनों के भारतीय खरीदारों के लिए पहली प्राथमिकता है।