12th Exam : 12वीं की परीक्षा का पर्याय क्या? असमंजस में अभिभावक, रास्ता निकलाने में जुटी राज्य सरकार

मुंबई : ऑनलाइन टीम – कोरोना की वजह से दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर दी गई है, जबकि बारहवीं कक्षा की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। हालांकि बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करना संभव नहीं है। इसलिए विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। जैसे कि इसे परीक्षा का आयोजन कैसे और कब किया जाए। इधर अब तक परीक्षा नहीं होने की वजह से छात्र और अभिभावक असमंजस में है।

राज्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की बारहवीं कक्षा की परीक्षा के लिए राज्य में 13 लाख 17 हजार 983 छात्रों ने पंजीकरण कराया है। जहां शिक्षा विशेषज्ञ परीक्षा के लिए अलग-अलग विकल्प सुझा रहे हैं, वहीं छात्रों से यह भी अपेक्षा की जाती है कि वे ऑनलाइन परीक्षा दें। शिक्षा विशेषज्ञ डॉ. अ. ल. देशमुख यदि ऑफलाइन विकल्प स्वीकार किया जाता है, तो प्रश्नों की संख्या कम करके परीक्षा का समय कम किया जाना चाहिए। यदि परीक्षा से बचना है, तो छात्रों को एक क्रिया अनुसंधान परियोजना प्रस्तुत करनी चाहिए और शिक्षकों को उस पर अपनी ऑनलाइन मौखिक परीक्षा देनी चाहिए। बारहवीं कक्षा का परिणाम 10वीं और 11वीं के अंकों के आधार पर घोषित किया जाना चाहिए।

शिक्षा विशेषज्ञ  डॉ. वसंत काळपांडे कम अंक वाले सभी विषयों के प्रश्नों की एकल परीक्षा लेने का विकल्प है। जेईई जैसी परीक्षा बारहवीं कक्षा के बाद ली जाती है। इसलिए हमें केंद्र द्वारा लिए गए निर्णय के अनुरूप निर्णय लेना है।

एन. के. जरग, पूर्व माध्यमिक शिक्षण संचालक, महाराष्ट्र राज्य ने कहा बारहवीं कक्षा की परीक्षा आवश्यक है। राज्य बोर्ड को इस बात पर विचार करना चाहिए कि इसे किस रूप में लिया जाना चाहिए। सभी बातों को ध्यान में रखकर बारहवीं की परीक्षा ली जा सकती है।