डोना गांगुली के फर्जी फेसबुक पेज पर 70,000 फॉलोअर्स, पुलिस के पास पहुंचा मामला   

कोलकाता. ऑनलाइन टीम : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष सौरव गांगुली की पत्नी डोना गांगुली ने अपने नाम से एक फर्जी ‘फेसबुक पेज’ होने के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। डोना की मानें तो उनके असली फेसबुक अकाउंट पर कुछ ही संख्या में फॉलोअर हैं, जबकि फर्जी अकाउंट को 70,000 से अधिक लोग फॉलो कर रहे हैं।

कहते हैं कि सौरव गांगुली ने अपना प्यार यानी डोना गांगुली को पाने के लिए जितना प्रेशर झेला था, उतना तो शायद उन्होंने कभी पिच पर भी महसूस नहीं किया होगा। तमाम जतन के बाद भी जब सौरव उन दिनों अपना प्यार पाने में नाकाम होते जा रहे थे, तब उन्होंने कुछ ऐसा किया कि उनके कदम से सभी भौचक्के रह गए। डोना उनकी पड़ोसन थीं। सौरव और डोना का प्यार दोनों के परिवार को ही खटकता था और वे इस संबंध को खत्म करने पर तुले थे।

दोस्त की योजना के अनुसार, 12 अगस्त 1996 को सौरव ने डोना के साथ कोर्ट मैरिज करने का प्लान बना लिया, लेकिन ये बात लीक हो गई और कोर्ट के बाहर मीडिया का जमावड़ा लग गया। सौरव जब डोना के साथ कोर्ट पहुंचे, तो मीडिया को देख कर वह वहां से खिसक लिए। फिर कोर्ट परिसर से लौट कर आने के बाद उनके इस दोस्त मौली ने मैरिज रजिस्ट्रार को अपने घर ही बुला लिया और दोनों की कोर्ट मैरिज अपने ही घर पर करवा दी। शादी के समय सौरव गांगुली 23 साल के थे और डोना महज 20 साल की थीं। दोनों शादी करने के बाद अपने-अपने घरों में चले गए। कुछ दिनों तक तो दोनों के परिवार को इस बात की जानकारी नहीं हुई, लेकिन कुछ दिन के बाद ये राज खुल गया। बहरहाल दोनों की जिंदगी काफी शानदार है। डोना गांगुली नृत्यांगना भी हैं। उनके काफी प्रशंसक हैं, मगर फर्जी फेसबुक से वह हैरान हैं।

ओडिशी नृत्यांगना डोना ने कहा कि उनकी एक छात्रा ने फर्जी फेसबुक पेज के बारे में उन्हें बताया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘हां, मेरे नाम का इस्तेमाल करते हुए और दादा (सौरव) की तस्वीरों के साथ फेसबुक पर एक पेज बनाया गया है। मेरी एक छात्रा ने मुझे यह बताया। हमने पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हम इस विषय की जांच कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इसके पीछे किसका हाथ है। हम जल्द ही दोषी को पकड़ लेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘अकाउंट बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए आईपी एड्रेस (इंटरनेट प्रोटोकॉल पता) की पहचान कर ली गई है।’