Ajit Pawar | अनिल देशमुख के बाद संकट में उपमुख्यमंत्री अजित पवार; 1000 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का IT विभाग ने दिया आदेश

मुंबई (Mumbai News) : Ajit Pawar | महाराष्ट्र (Maharashtra) में केंद्रीय जांच यंत्रणा ने कार्रवाई की लाइन लगा दी है। पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) की गिरफ्तारी के बाद अब राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawr) के खिलाफ कार्रवाई शुरु किया है। आयकर विभाग (Income Tax Department) ने अजित पवार (Ajit Pawar) की निगड़ी में 5  संपत्ति   को जब्त करने का आदेश दिया है। यह संपत्ति लगभग 1 हजार करोड़ से ज्यादा होने की जानकारी मिली है।

 

पिछले कुछ दिनों से अजित पवार और उनके परिवार पर आर्थिक लेनदेन का आरोप लगाया गया है। भाजपा नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने अजित पवार के परिवार के खिलाफ शिकायत किया था। बेनामी संपत्ति को इकट्ठा करने का आरोप लगाया था। मोहन पाटिल जरंडेश्वर शूगर फैक्ट्री (Mohan Patil Jarandeshwar Sugar Factory) के एक मालिक हैं। पवार परिवार के दामाद और अन्य सदस्यों के खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर होने की चौंकानेवाली जानकारी सोमैया ने ट्वीट कर दी थी।

 

अजित पवार, उनकी पत्नी सुनेत्रा अजित पवार, बेटा पार्थ पवार, मां आशा अनंतराव पवार, बहन विजया मोहन पाटिल, दामाद मोहन पाटिल, बहन नीता पाटिल के बैंक खाते में बेनामी आवक पाया गया। साथ ही पिछले 19 दिन आयकर और अब ईडी (ED) की छापेमारी (Raid) और सर्च ऑपरेशन शुरू है। 1 हजार 50 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति की जानकारी सामने आई है। इसके साथ ही 184 करोड़ रुपये नगदी, गहने और आर्थिक लेनदेन के कागजात आदि इनकम टैक्स (Income Tax) हाथ लगा है। इसकी जानकारी ट्विटर के मध्यम से किरीट सोमैया ने दी थी। उसके बाद अब आयकर विभाग ने इस संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया है। इसके बाद अजित पवार (Ajit Pawar) को बड़ा झटका लगा है।

 

इस संपत्ति को जब्त करने का आदेश

 

जरंदेश्वर शूगर फैक्ट्री- अनुमानित कीमत 600 करोड़

दक्षिण दिल्ली के फ्लैट- 20 करोड़

पार्थ पवार निर्मल ऑफिस- 25 करोड़

निलय नाम का गोवा का रिजॉर्ट- 250 करोड़

महाराष्ट्र  के विविध जगहों पर जमीन- लगभग 500 करोड़

 

12 घंटे की पूछताछ के बाद अनिल देशमुख को ईडी ने किया गिरफ्तार

 

पिछले कई दिनों से गायब अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) सोमवार को ईडी (ED) के सामने पेश हुए। सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) और मुंबई उच्च न्यायालय (Mumbai High Court) की ओर से अनिल देशमुख को किसी भी तरह की राहत नहीं मिली है। देर रात तक पूछताछ करने के बाद अनिल देशमुख को गिरफ्तार (Arrest) किया गया है। अनिल देशमुख की मुंबई के कार्यालय में पूछताछ शुरू था, तभी दिल्ली से कुछ अधिकारी शाम 7.30 के आसपास मुंबई (Mumbai) में हाजिर हुए और सीधा ईडी के कार्यालय में गए।

इसके बाद फिर से एक बाद अनिल देशमुख से पूछताछ हुई। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले (Money Laundering Case) में लगभग 5 बार समन भेजे जाने के बाद भी अनिल देशमुख ईडी (ED) के सामने पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए थे। तबीयत और उम्र का हवाला देते हुए अनिल देशमुख ने ईडी से सामने पेश होने से इंकार किया, ऐसा कहा जा रहा था।

 

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