चाय पीने के साथ ही अब कप भी खा सकते हैं

कोल्हापुर : कोल्हापुर के तीन इंजीनियर युवाओ ने मिलकर एक ऐसा कप बनाया है जिसे आप खा भी सकते हैं। इस कप के इस्तेमाल से कचरा कम होने की सम्भावना है। दिग्विजय गायकवाड, आदेश कारंडे और राजेश खामकर ने मिलकर पर्यावरणपूरक बिस्किट कप का निर्माण किया है। कैफे, चाय कि दुकान, कॉफी की दुकान में इस्तेमाल होने वाले से भारी मात्रा में कचरा जमा होता है। इसकप के इस्तेमाल से कचरा कम करने में मदद होगी। प्लस्टिक व कागज की जगह पर बिस्किट कप या एडिबल कटलरी कप एक अच्छा पर्याय उप्लब्ध कराया गया है।

जनवरी से ये सभी अन्य 2 दोस्तो के साथ मिल कर बिस्किट कप का निर्माण कर शहर के विविध कैंटीन, रेस्टोरेंट, कैफे आदि जगहो पर पहुचाने का काम शुरु किया है। अन्य कुछ दोस्तो के साथ ही कुछ राजकीय मंडलो ने भी मदद की है। इस कप को बनाने की मशीन कोई और भी बना सके इसकी रूपरेखा भी दिग्विजय के दिमाग में चल रहा है। इसपर वे विचार कर रहे हैं। इसकी रूपरेखा तैयार कर बाज़ार में लाने की बात भी उन्होने कही।

उन्होने हैदराबाद से मशीन मंगवाया है। लॉकडाउन के दौरान उनकी इस कल्पना को उड़ान दी। अचानक से दिग्विजय के दिमाग में इसकी कल्पना आयी और इस पर उन्होने काम करना शुरू कअर दिया। हैदराबाद और गुजरात से उन्होने खाने वाले चम्मच और कप मंगवाये। उन्होने इस पर रिसर्च किया और कोल्हापुर में इसका काम शुरु किया। उन्होने ऐसे कप बनाया है जो सामान्य लोगो को कम पैसे में मिले।