Amol Mitkari | कंगुबाई पर केस दर्ज करे, अमोल मिटकरी की मुख्यमंत्री से मांग
मुंबई (Mumbai News) : Amol Mitkari | बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने पद्मश्री पुरस्कार (Padma Shri Award) मिलने पर ख़ुशी जताई थी। कंगना ने इंस्टाग्राम अकाउंट (Instagram account) पर एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने अपने प्रशंसकों के प्रति इसके जरिये आभार जताया है। लेकिन कंगना ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि हमें जो स्वतंत्रता मिली है वह भीख थी, देश को सही अर्थों में आजादी 2014 में मिली है। इसे लेकर कंगना पर जमकर हमले हो रहे है। अब कंगना से पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की मांग की जाने लगी है। साथ ही कंगना के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग विधायक मिटकरी (Amol Mitkari) ने की है।
कंगना रानौत च्या म्हण्यानुसार देशाला 1947 मध्ये जे स्वातंत्र्य मिळाले ती भीक होती, खरे स्वातंत्र्य 2014 ला मिळाले. ह्या कंगुबाईने केलेलं हे वक्तव्य देशासाठी बलिदान देणाऱ्या तमाम देशभक्तांचा अपमान असुन या बाईवर देशद्रोहाचा गुन्हा दाखल झाला पाहिजे.@CMOMaharashtra@Dwalsepatil
— आ. अमोल गोदावरी रामकृष्ण मिटकरी (@amolmitkari22) November 11, 2021
कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की माने तो देश को 1947 में जो स्वतंत्रता ,मिली वह भीख थी। सही अर्थों में स्वतंत्रता 2014 में मिली है। कंगना का यह बयान देश के लिए बलिदान देने वाले तमाम देशभक्तों का अपमान है। कंगना के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया जाना चाहिए। यह मांग विधायक अमोल मिटकरी (MLA Amol Mitkari) ने की है। मिटकरी ने अपने ट्विटर में मुख्यमंत्री और गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल (Dilip Walse Patil) को मेंशन किया है।
पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाए
पद्मश्री पुरस्कार (Padma Shri Award) मिलने के बाद से कंगना रनौत के पैर जमीन पर नहीं है। फिल्म, कला क्षेत्र में किये गए बेहतरीन काम की वजह से 8 नवंबर 2021 को कंगना रनौत को पद्मश्री पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया था। कला क्षेत्र को छोड़कर कंगना रनौत हर क्षेत्र में अपना नाम बनाने का प्रयास कर रही है। इसकी वजह से प्रसिद्ध सोशल मीडिया (Social Media) ट्विटर ने कंगना रनौत का अकाउंट बंद कर दिया था। यह बात राष्ट्रवादी युथ कांग्रेस के शहर अध्यक्ष अंबादास खैरे (Ambadas Khaire) ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) को लिखे पत्र में कहा है।
उकसाने वाला बयान देने वाली अभिनेत्री
शिवसेना (Shiv sena) की उपनेता डॉ. नीलम गोंहे (Dr. Neelam Gonhe) ने भी कंगना के बयान पर खबर लेते हुए उन्हें दिए गए पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कंगना ने गैर जिम्मेदाराना, निराधार, स्वतंत्रता के योद्धाओं का अपमान करने वाला बयान दिया है जिसका मैं विरोध करती हूं। फेमस होने के लिए गैर जिम्मेदाराना बयान देने वाली अभिनेत्री है।
टाइम्स नॉउ को दिए गए एक इंटरव्यू में कंगना ने कहा था कि देश में जब कांग्रेस की सरकार थी तब मुझे दो राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। मैं राष्ट्रवादी मुद्दों पर बोलती हूं। सेना को लेकर बयान देती हूं या अपनी संस्कृति को प्रमोट करने का काम करती हूं। तब मुझे भाजपा के साथ जोड़ा जाता है। कंगना ने इस इंटरव्यू में और एक विवादित बयान दिया। हमें जो स्वतंत्रता मिली है वह भीख थी। देश को सही अर्थों में स्वतंत्रता 2014 में मिली।
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