Anti Corruption Bureau Maharashtra | 10 लाख रिश्वत का मामला! पुलिस अधिकारी सहित तीन एंटी करप्शन की जाल में; राज्य पुलिस दल में खलबली

अमरावती : Anti Corruption Bureau Maharashtra | पैसे की बारिश करने की बात कहते हुए लोगों से लाखों रुपये की ठगी मामले में एक महाराज पर एफआईआर (FIR)  दर्ज किया गया। उसकी जमानत में मदद करने के लिए 10 लाख रुपये की मांग की गई। उसके बाद मोल-भाव कर 7 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau Maharashtra) ने जाल बिछाकर दो लोगों के साथ सहायक पुलिस निरीक्षक (API) को रंगेहाथ पकड़ा।

सहायक पुलिस निरीक्षक का नाम अनिल घुगल एपीआई (उम्र 52) है। विद्युत वसानी व विशाल माकडे (दोनों नि. यवतमाल) गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों के नाम हैं। उनके खिलाफ यवतमाल शहर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है।

इस मामले में यवतमाल के एक 31 वर्षीय महाराज के खिलाफ लोहारा पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज है। इस महाराज ने कई लोगों से कहा कि पैसों की बारिश होगी और उनके लाखों रुपये डुबाए। 15 नवंबर को एफआईआर दर्ज किया गया था। जमानत मिलने में मदद हो, ऐसी रिपोर्ट अदालत में पेश करने के लिए सहायक पुलिस निरीक्षक अनिल घुगले ने शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने रिश्वत प्रतिबंधक विभाग के पास 6 दिसंबर को शिकायत दी थी।

इसके अनुसार उसकी छानबीन की गई। उस समय बातचीत कर सहायक पुलिस निरीक्षक अनिल घुगल ने 7 लाख रुपये स्वीकार करने के लिए तैयार हुए। साथ ही इसके अनुसार  यवतमाल के एसबीआई चौक में डॉलर मोबाइल शॉप में रिश्वत प्रतिबंधक विभाग ने जाल बिछाया। उस समय विशाल माकडे के माध्यम से 7 लाख रुपये रिश्वत स्वीकार की गई। साथ ही विद्युत वसानी ने इसके लिए बढ़ावा देने के लिए उसे भी हिरासत में लिया गया है।

रिश्वत प्रतिबंधक विभाग के अमरावती के पुलिस अधीक्षक विशाल गायकवाड, अप्पर पुलिस अधीक्षक अरुण सावंत, पुलिस उपाधीक्षक संजय महाजन के मार्गदर्शन में पुलिस उप अधीक्षक किशोर म्हसवडे, निरीक्षक विनोद कुंजाम, कर्मचारी सुनील जायभाये, शैलेश कडू की टीम ने की।