BIG NEWS: “शरद पवार महाराष्ट्र के दुश्मन”!  ‘सामना’ का हवाला देकर फडणवीस का ठाकरे सरकार पर ‘हल्लाबोल’  

नागपुर: समाचार ऑनलाइन– नागपुर में आज कई चीजें हो रही हैं. अधिवेशन के तीसरे दिन भी काफी हंगामा देखने को मिला. विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस ने यहां जून माह का ‘सामना’ अख़बार निकालते हुए कहा कि, मैं अब यह अख़बार पढ़ने जा रहा हूं. यह कहते हुए उन्होंने सामना के पुराने संस्करण में शिवसेना द्वारा एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर लगाए आरोपों को पढ़ना शुरू कर दिया, जिसमें शिवसेना को महाराष्ट्र का दुश्मन बताया गया था.

फडणवीस के इस बर्ताव पर एनसीपी विधायक धनंजय मुंडे ने आपत्ति जताते हुए कहा कि उन्हें सदन में अखबार का संदर्भ नहीं देना चाहिए. मैं जब विरोधी पक्ष नेता था जब खुद फडणवीस ने मुझे ऐसा न करने की हिदायत दी थी, जिसे देखते हुए सभागृह में इस बात का पालन होना चाहिए.

इस समय सत्ता- विपक्ष में शाब्दिक टकराव देखने को मिला. फडणवीस ने आरोप लगाया कि लोगों ने कांग्रेस और राकांपा को नहीं बल्कि महायुति को वोट दिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, सत्तारूढ़ दल ने कहा कि कर्नाटक जैसे राज्य में क्या हुआ. इसलिए फडणवीस आप कर्नाटक विधानसभा में जाकर बोलें.

शरद पवार और बालासाहेब ठाकरे के लिए मेरे मन में बेहद सम्मान है. यह कहते हुए देवेंद्र फडणवीस ने आगे सवाल खड़ा किया कि उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब को ऐसा वचन दिया था क्या कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की मदद से मुख्यमंत्री बनाएंगे. साथ ही उद्धव ठाकरे के सभा से अनुपस्थित रहने पर भी नाराजगी जताई.

फडणवीस ने यह भी कहा कि, यह लोगों के मन की सरकार नहीं थी बल्कि राजनीतिक हित के लिए एकजुट हुई सरकार है. हालांकि, शरद पवार का नाम सुनते ही सत्तारूढ़ पार्टी के नेता आक्रामक होते  देखा गया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों पक्षों में मध्यस्थता करवाने के बाद फिर सभा का कामकाज  शुरू किया.

पश्चात भाजपा ने उद्धव ठाकरे से किसानों को भूमि देने की मांग को लेकर विधानसभा की सीढियों पर बैठकर आन्दोलन किया. इस दौरान भाजपा नेताओं के हाथ में विरोधी बैनर भी देखे गए.