बड़ा खुलासा ! डॉक्टर डेथ, अपनी महिला मरीजों को जहां दफनाता था वहां नारियल का पेड़ लगा देता था

सातारा, 27 जनवरी –डॉ. डेथ को शायद आप नहीं भूले होंगे। इस बहसी डॉक्टर पर अभी तक 6 हत्या का ही आरोप साबित हुआ है लेकिन माना जाता है कि उसने 22 क़त्ल किये। घटना महाराष्ट्र के सातारा की है जब एक आंगनवाड़ी वर्कर अचानक गायब हो गई. पुलिस को अब उस वर्कर का शव डॉ. डेथ के नाम में कुख्यात संतोष पाल के आंगन से मिली है.

होमियोपेथी की डिग्री लिया यह झोला छाप डॉक्टर सातारा में रहकर अपनी महिला मरीजों को शिकार बनाता था.
जांच में पता चला है कि संतोष खुद को एमबीबीएस बताया था लेकिन उसके पास Electrohomeopathy की डिग्री थी. वह कई हॉस्पिटल में काम करने के दौरान सर्जरी के सारे ड्रग्स के बारे में अच्छी तरह से जनता था.
संतोष अपने पास आने वाली महिला मरीजों में उन्हें अलग रखता था जो बेसहारा और अकेली थी. इलाज के दौरान उसका विश्वास जीत लेता और एक दिन एक इंजेक्शन दे देता था. इस इंजेक्शन में ऐसा द्रव्य होता था जो मरीज की मांशपेशियों को निष्क्रिय कर देता था. इससे हार्ट अटैक से मौत हो सकती है. छोलाछाप डॉक्टर और उसकी प्रेमिका नर्स इस इंजेक्शन के असर के बारे में जानते थे. इसका इस्तेमाल मरीजों को मारने के लिए किया जाता था. अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि संतोष पाल महिला मरीजों को मार क्यों देता था.
पहली बार जून 2016 में एक गुमशुदा महिला के परिवार की शिकायत की जांच शुरू की गई. पुलिस संतोष पाल के फॉर्म हाउस पहुंची जहां खोजी कुत्ते ने आंगन में लगे एक नारियल के पेड़ के निचे भौकने लगा. इसके बाद इसकी खुदाई की गई तो गुमशुदा महिला मंगला जेधे की लाश मिली। उसके बाद डॉक्टर ने बताया की उसने कई मरीज महिलाओ की हत्या की है.
लाश के सड़ने से गंध ना आये इसलिए उसने घर में मुर्गी फॉर्म खोल रखा था. उसने कई सामाजिक कार्य भी किये है और कई घोटालो को सामने ला चुका है जिसकी वजह से लोग उसे बहुत मानते थे. लेकिन उसके हत्या के इस कारनामे में उसकी प्रेमिका ज्योति मान्द्रे भी मदद करती थी.