भाजपा नेता पंकजा मुंडे का शरद पवार से निवेदन, कहा- ‘बीड जिले की ओर ध्यान दें, सरकार कर रही अत्याचार’

त्याचार्बीड : बीड जिले में कोरोना का कोहराम मचा है। रोजाना 1000 लोग संक्रमित हो रहे हैं। विशेषरूप से अंबाजोगाई तालुके की परिस्थिति गंभीर है, यहाँ नए मरीज़ों के साथ मृतको के प्रमाण भी बढ रहे हैं।हाल ही में अंबाजोगाई के स्वामी रामानंद तीर्थ अस्पताल में कोरोना से मृत 22 मरीजो के शव को एक ही एंबुलेंस से श्मशान भूमि तक लाने की चौंकानेवाली घटना सामने आई थी। शव को इस तरह से अंतिम संस्कार के लिए लाने की घटना बहुत दुखद है। प्रशासन को इंसान की कीमत है कि नहीं? यह सवाल उठाया जा रहा है। इस मामले में भाजपा नेता पंकजा मुंडे ने एक विडियो के माध्यम से इस घटना पर दुख जताया। साथ ही मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी के सर्वेसर्वा शरद पवार बीड की ओर ध्यान दें, यह निवेदन किया।

एक ही एंबुलेंस से 22 शव को ले जाने की घटना बहुत दुखद है। 22 लोगो के मौत पर दुख जताए या फिर एक ही एंबुलेंस में भरकर इन शव को ले जाने पर दुख जताए, कैसी विडंबना है। ये मुझे समझ नहीं आ रहा है, इन शब्दो में पंकजा मुंडे ने दुख जताते हुए ठाकरे सरकार पर निशाना साधा है। मैं आईसोलेट थी इसलिए मुझे इस बारे में बाद में पता चला। अस्पताल के डीन ने अपनी जिम्मेदारी कलेक्टर पर थोप दी। कलेक्टर का ऐसा हुआ कि वो बोल नहीं सकते। बीड जिले में सरकार ने लोगो पर अत्याचार करने का तय किया है और प्रशासन के हाथ झुके हुए हैं। यह कॉम्बीनेशन बीड जिले के भविष्य के लिए और वर्तमान की परिस्थिति के लिए बहुत ही गंभीर है। ऐसा कहते हुए अप्रत्यक्ष रूप से पंकजा मुंडे ने पालकमंत्री धनंजय मुंडे पर निशाना साधा है। उपविभागीय अधिकारी शरद झाडके ने कहा कि अब कोरोना संक्रमित मरीजो की मृत्यु हुई कि तुरंत उनका अंतिम संस्कार की कार्यवाही की जाएगी। दिन भर के शव को जमा कर एक ही बार अंतिम संस्कार न करें। यह सख्त सूचना दी गई है।

मरीज और शव एक ही एंबुलेंस में

जिला प्रशासन की ओर से स्वाराती अस्पताल को अधिग्रहित किए गए दो एंबुलेंस दिए गए हैं। मरीज की तुलना में यह संख्या बहुत कम है। इसलिए जिस एंबुलेंस से शव की आवाजाही की जाती है उसी एंबुलेंस से बाद में मरीज लाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। एंबुलेंस को सेनेटाइज करने के लिए सेनेटाइजर न देने की शिकायत बढ रही है। इसलिए इस तरह से कोरोना का प्रसार और बढने की संभावना है। प्रशासन की लापरवाही की वजह से लोगो के जीवन को खतरा है।