पर्दाफाश! अमाजॉन पर ऑनलाइन मिल रहा गर्भपात का किट 

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पैसे कमाने के लिए कानून की धज्जियां उड़ाने के साथ अब जान के साथ खिलवाड़ करने का भी जोखिम कंपनियां उठाने लगी है।पैसों के लिए अंधे इन कंपनियों के लिए प्रतिबंधित ड्रग खुलेआम बेचने में भी कोई गुरेज नहीं है।आम महिलाओं की जान से खिलवाड़ करने वाली यह खबर आपको हैरान करके रख देगी.

डॉक्टरों के प्रिस्कीप्शन के बिना दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री का गोरखधंधा चल रहा है।गैरकानूनी रूप से गर्भपात की दवाइयां बगैर परमिट के बेचे जाने की जानकारी भी सामने आई है।खास बात यह है कि केमिस्ट एसोसिएशन ने इस मामले का पर्दाफाश किया है।इसके खिलाफ फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से मदद मांगी गई है।संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई होगी क्या? अब इस पर सबकी नजरें टिकी हुई है.

पिछले महीने भर से राज्य में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने डॉक्टरों के प्रिस्कीप्शन के बिना गर्भपात की गोलिया (एमटीपी किट) ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई चल रही है।मुंबई में ऑनलाइन दवाइयों की खरीद-बिक्री के दौरान 2 करोड़ रुपए से अधिक की दवाइयां जब्त की गई।ऑनलाइन दवाइयां उपलब्ध कराने वाली बड़ी कंपनियों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई थी।इसके बावजूद अभी भी कई जगहों पर गर्भपात की गोलियों की ऑनलाइन बिक्री जारी होने का पर्दाफाश पुणे केमिस्ट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विवेक तापकीर ने सबूतों के साथ किया है।ऐसे में ऑनलाइन दवाइयों की बिक्री पर रोक लगाने का जो प्रशासन ने दावा किया था वह गलत साबित हुआ है.

राज्य में दवाइयों की ऑनलाइन खरीद-बिक्री बड़े पैमाने पर हो रहा है।इसकी वजह से प्रशासन को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।वही दूसरी तरफ दवा विक्रेताओं ने बेकारी का संकट छाने की चिंता जाहिर की है। विवेक तापकीर का आरोप है कि दवाइयां कंपनी से विक्रेताओं तक पहुंचने से पहले दलाल इन दवाइयों को प्राइवेट वेबसाइट को बेचकर पैसे कमाता है।केमिस्ट की तरफ से मिली शिकायत के बाद तापकीर ने एमाजॉन कंपनी की वेबसाइट से 24 मई 2019 को गर्भपात की किट मंगवाई।बगैर डॉक्टर के प्रिस्कीप्शन  और न अन्य कोई कागजात के 29 मई को कुरियर से यह किट उन तक पहुंच गया।इस किट के साथ केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने फूड एंड ड्रग एसोसिएशन के असिस्टेंट कमिश्नर एस.बी।पाटिल के पास  पहुंचे।संबंधित कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग का ज्ञापन सौंपा।इस दौरान केमिस्ट एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रोहित करपे, परविंदरसिंह बाध, स्वप्निल जंगम, सुभाष गाड़े, संदीप सूर्यवंशी, म्हालप्पा दुधभाते, विनित कलाटे, अजीत परमार, तेजस सालवी, गणेश पवार आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।

जान के साथ खिलवाड़ : विवेक तापकीर
पुणे केमिस्ट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विवेक तापकीर ने बताया कि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन का यह कानून है कि गर्भपात जैसी दवाइयां डॉक्टरों के प्रिस्कीप्शन के बिना नहीं दी जा सकती है।लेकिन इसके बावजूद बेहद सहज तरीके से गर्भपात की दवाइयां ऑनलाइन उपलब्ध हो रहा है।ऐसी दवाइयां जान के लिए खतरा साबित हो सकती है।ऐसे में गर्भपात की दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री बंद हो।ऑनलाइन दवाइयां उपलब्ध कराने वाली कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

कार्रवाई शुरू हो गई : ए.बी।पाटिल
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन पुणे के असिस्टेंट कमिश्नर एस.बी।पाटिल ने कहा कि ऑनलाइन गर्भपात किट को लेकर फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन  से केमिस्ट एसोसिएशन की तरफ से शिकायत मिली है।इस पर ध्यान देते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की गई है।संबंधित कंपनी उत्तर प्रदेश की है।इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार और एमॉजान को पत्र भेजा गया है।संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।