पंढरपुर (Pandharpur)/सोलापुर (Solapur), 20 जुलाई : आषाढ़ी एकादशी (Ashadhi Ekadashi) के मौके पर आज 20 जुलाई को पंढरपुर के विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) और उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे (Rashmi Thackeray) के हाथों सरकारी महापूजा (government worship) भक्तिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ।
सुबह सवा दो बजे से इस महापूजा की शुरुआत हुई थी। हर बार मुख्यमंत्री के साथ एक वारकरी को इस महापूजा में शामिल होने का मौका मिलता है। लेकिन इस बार वारी नहीं निकलने की वजह से यह सम्मान विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर (Vitthal-Rukmini Temple) के विणेकरी मूल के वर्धा के केशव शिवदास कोलते को मिला। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray), पत्नी रश्मि ठाकरे के साथ वर्धा के केशव शिवदास कोलते (Keshav Shivdas Kolte) और उनकी पत्नी इंदूबाई केशव कोलते (Indubai Keshav Kolte) को सरकारी महापूजा में शामिल होने का सम्मान मिला।
आषाढी एकादशीनिमित्त मुख्यमंत्री उद्धव बाळासाहेब ठाकरे आणि त्यांच्या पत्नी रश्मी ठाकरे यांच्या हस्ते श्री विठ्ठल-रुक्मिणीची शासकीय महापूजा संपन्न झाली. pic.twitter.com/LRZfzJvzKU
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) July 20, 2021
आज की इस महापूजा में मुख्यमंत्री के साथ सोलापुर के पालकमंत्री दत्तात्रय भरने भी उपस्थित थे। साथ में पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे, शिवसेना पार्टी के सचिव मिलिंद नार्वेकर भी मंदिर में हाज़िर थे।
आषाढ़ी एकादशी की महापूजा (Ashadhi Ekadashi Mahapuja) की वजह से पुरे मंदिर को फूलों से सजाय गया था। साथ ही मंदिर में लाइटिंग की भी व्यवस्था की गई थी। लाइटिंग में विट्ठल मंदिर चमक रहा था।
इस बार की आषाढ़ी एकादशी की महापूजा बिना वारकरियों के सम्पन्न हो गई . काफी लंबे समय से चली आ रही यह परंपरा कोरोना की वजह से पिछले दो साल से पूरा नहीं हो पा रही है। लाखों वारकरियों की उपस्तिथि में आने वाली माऊली की पादुका इस बार राज्य परिवहन महामंडल की शिवशाही बस में सवार होकर पंढरपुर (Pandharpur) में दाखिल हुई। इस दौरान बेहद कम संख्या में वारकरी इस पालकी के साथ थे।
इस मौके कर विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर समिति (Vitthal-Rukmini Temple Committee) के सह अध्यक्ष गहिनीनाथ ज्ञानेश्वर महाराज ओसेकर, जिलाधिकारी मिलिंद शंभरकर, पुलिस सुप्रीटेंडेंट तेजस्वी सातपुते, जिला परिषद् के सीईओ दिलीप स्वामी, अपर पुलिस सुप्रीटेंडेंट अतुल झेंडे, प्रांताधिकारी सचिन ढोले, सदस्य शकुंतला नडगिरे, ज्ञानेश्वर देशमुख, प्रकाश नवंजाल और कार्यकारी अधिकारी विट्ठल जोशी व व्यवस्थापक बालाजी पुदलवाड के साथ मंदिर समिति के पदाधिकारी, सदस्य, राजस्व, पुलिस, जिला परिषद् व अन्य विभागों से सीनियर अधिकारी उपस्थित थे।