स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर रोजाना इतने लाख होंगे खर्च

नई दिल्ली | समाचार ऑनलाइन – सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनावरण किया गया। 182 मीटर की ऊंचाई के साथ यह मूर्ति दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति बन गई है। उद्घाटन के बाद इससे जुड़ी कई बातें भी सामने आ रही हैं। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाने में कुल 2,989 करोड़ रुपए खर्च किये गए। इतने पैसे खर्च होने के बाद सवाल अब यह उठता है कि आगे इसकी देखरेख में कितने पैसे खर्च होने वाले हैं और ये पैसा कहां से आएगा?

अगर इसके रखरखाव कि बात करें, तो मूर्ति पर हर रोज लगभग 12 लाख रुपए खर्च आएगा। इस हिसाब से साल में 43.8 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अगर 15 साल को लेकर चलें तो कुल रखरखाव खर्च 657 करोड़ रुपए के आसपास होगा।

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प्रतिमा के रखरखाव के लिए सरकार की पांच पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ओएनजीसी, एचपीसीएल, इंडियन ऑयल और ऑयल ने मिलकर 146 करोड़ रुपए के लगभग जमा किये गए हैं। ये रकम कॉर्पोरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी के तहत दी गई है। ज़्यादातर मामलों में इस रकम का इस्तेमाल स्कूल या अस्पताल खोलने के लिए होता है।

पीएम ने किया ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण, कांग्रेस पर साधा निशाना

सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ का उद्घाटन किया। सरदार पटेल की यह प्रतिमा दुनिया में सबसे ऊंची है। मोदी ने इस मौके पर जहां ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के लिए पटेल के दिखाए रास्ते पर चलते रहने का आह्वान किया, वहीं  कांग्रेस समेत विरोधियों पर हमले का मौका भी नहीं गंवाया। पीएम ने कहा कि आज देश के उन सपूतों का सम्मान हो रहा है जिन्हें चाह कर भी इतिहास में भुलाया नहीं जा सकता। हालांकि उन्होंने अपने संबोधन में कांग्रेस या किसी पार्टी का जिक्र नहीं किया लेकिन यह जरूर कहा कि आज महापुरुषों की प्रशंसा के लिए भी हमारी आलोचना हो रही है।

पीएम ने कहा कि किसी भी देश के इतिहास में ऐसे अवसर आते हैं जब वे पूर्णता का एहसास कराते हैं। ये वे पल होते हैं जो किसी राष्ट्र के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो जाते हैं और उसे मिटा पाना मुश्किल होता है। आज का यह दिन भारत के लिया यादगार दिन है। भारत की पहचान, भारत की सम्मान के लिए समर्पित एक विराट व्यक्तित्व को उचित स्थान नहीं दे पाने का एक अधूरापन लेकर आजादी के इतने वर्षों तक हम चल रहे थे। आज भारत के वर्तमान ने अपने इतिहास के एक स्वर्णिम पुरुष को उजागर करने का काम किया है।

स्टैचू ऑफ यूनिटी का अनावरण करने के बाद मोदी ने कहा, ‘आज जब धरती से लेकर आसमान तक सरदार साहब का अभिषेक हो रहा है, जब भारत ने न सिर्फ अपने लिए एक नया इतिहास रचा है बल्कि भविष्य के लिए प्रेरणा का गगनचुंबी आधार तैयार किया है। मेरा सौभाग्य है कि मुझे सरदार साहब की इस प्रतिमा को देश को समर्पित करने का अवसर मिला है। जब गुजरात के सीएम के तौर पर इसकी कल्पना की थी तो अहसास नहीं था कि पीएम के तौर पर मुझे ही यह पुण्य काम करने का मौका मिलेगा।’