बैलगाड़ी दौड़ पर प्रतिबंध नहीं हटा, तो सड़कों पर उतरेंगे किसान

पुणे समाचार

बैलगाड़ी दौड़ से प्रतिबंध हटाने को लेकर किसान फिर से लामबंद होने लगे हैं। प्रतिबंध को चार साल पूरे होने के मौके पर सोमवार को पुणे के राजगुरुनगर में किसानों ने सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। किसानों ने इसे कला दिवस घोषित करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि यदि अगले 15 दिनों में दौड़ शुरू करने के लिए कुछ नहीं किया गया तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

सांसद भी समर्थन में

दरअसल तमिलनाडु में जल्लीकट्टू को हरी झंडी मिलने के बाद महाराष्ट्र में बैलगाड़ी दौड़ पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग पिछले काफी वक़्त से हो रही है। इसी के मद्देनजर सोमवार को बैलगाड़ी दौड़ का समर्थन करने वाले बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे रास्ता रोककर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का साफ़ शब्दों में कहना है कि यदि सरकार ने प्रतिबंध हटाने के लिए कुछ नहीं किया, तो बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया जाएगा। स्थानीय शिवसेना सांसद शिवाजीराव आढ़लराव पाटिल का भी कहना है कि जल्लीकट्टू की तर्ज महाराष्ट्र में भी बैलगाड़ी दौड़ को मंजूरी मिलनी चाहिए।

क्यों लगी है रोक

गौरतलब है कि पश्चिम महाराष्ट्र में भी बैलगाड़ी दौड़ का चलन रहा है, एनिमल वेलफेयरऑफ इंडिया और पीपुल फॉर द इथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बैलगाड़ी दौड़ पर रोक लगाई थी।