विधायक अनिल भोसले समेत 4 को आर्थिक अपराध शाखा ने किया गिरफ्तार

पुणे। सँवाददाता – शिवाजीराव सहकारी बैंक में कथित 71 करोड़ 78 लाख 87 हजार रुपए के घोटाले के मामले में महाराष्ट्र विधानपरिषद में पुणे से राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक अनिल भोसले समेत दो निदेशक और बैंक के दो अधिकारियों को बीती रात गिरफ्तार कर लिया। इस घोटाले की जांच कर रही पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने विधायक भोसले व उनकी पत्नी नगरसेविका रेशमा भोसले सहित बैंक के निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने आपस में मिलीभगत कर रिकॉर्ड में फर्जीवाड़ा कर बैंक के 71 करोड़ 78 लाख 87 हजार रुपए का गबन किया है।
मंगलवार की रात बैंक के निदेशक रहे विधायक अनिल भोसले, एस वी जाधव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी तानाजी पडवल और बैंक अधिकारी शैलेश भोसले को गिरफ्तार कर लिया गया। बैंक केे वित्त वर्ष 2018- 2019 के कामकाज का ऑडिट करने पर 71 करोड़ 78 लाख 87 हजार 723 रुपए का गबन किये जाने की बात सामने आई। इस बारे में सहकारिता विभाग के लेखापरीक्षक योगेश लकडे (39, निवासी आंबेगांव, नऱ्हे रोड, पुणे) ने शिवाजीनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसके अनुसार पुलिस ने बैंक के निदेशक रहे विधायक भोसले, उनकी पत्नी और पुणे मनपा की नगरसेविका रेशमा भोसले समेत बैंक निदेशक मंडल के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शिवाजीराव सहकारी बैंक के 2018-2019 इस वित्त वर्ष के कामकाज का ऑडिट करने का आदेश दिया है। इसके अनुसार सहकार विभाग ने लेखापरीक्षक योगेश लकड़े को ऑडिट करने का आदेश दिया था। जब ऑडिट का कामकाज पूरा हुआ तब बैंक की शेष नकद बैलेंस में 71 करोड़ 78 लाख 87 हजार 723 रुपए कम पाए गए। बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक रिकॉर्ड में फर्जीवाड़ा कर बैंक के पैसे इस्तेमाल किये जाने की बात साबित हुई। बैंक के पैसों का गबन करने को लेकर निदेशक मंडल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इसके बाद गत रात विधायक भोसले समेत कुल चार गिरफ्तारियां की गई। इस गिरफ्तारी के बाद पुणे के सियासी और सहकारिता क्षेत्र में खलबली मच गई है।