Fake Job Offers | रेलवे में नौकरी दिलाने के बहाने 9 लाख की धोखाधड़ी, महिला डॉक्टर गिरफ्तार

नासिक – (Fake Job Offers) मेरे पति सरकारी सेवा (government service) में प्रथम श्रेणी के अधिकारी है। उनका मंत्रालय में जान पहचान है। भारतीय रेलवे (Indian Railways) में नौकरी दिला देंगे ऐसा कहकर 9 लाख रुपए की ठगी (Fake Job Offers) का मामला सामने आया है। इस मामले में महिला डॉक्टर को इस्लामपूर पुलिस (Islampur Police) ने नासिक (Nashik) में गिरफ्तार (Arrested) किया है। इस्लामपुर पुलिस की टीम ने उसके नासिक स्थित आवास पर छापेमारी कर आरोपी लेडी डॉक्टर (lady doctor) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी डॉक्टर पीछे डेढ़ साल से पुलिस को चकमा दे रही थी। रेलवे नौकरी धोखाधड़ी (railway job fraud) के इस मामले में महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश (Maharashtra, Rajasthan, Delhi, Uttar Pradesh) और अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं। इससे बड़ा रैकेट होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

9 लाख रुपये किये ट्रांसफर –
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, डॉ. मनीषा प्रमोद  मांदाडे (उत्तर दादर-पश्चिम, मुंबई) ने राजेंद्रकुमार शिंदे के पास से उनके लड़के को भारतीय रेलवे में नौकरी लगा दूंगी कहकर अपने बैंक खाते से चरणों में 9 लाख रुपये लिए थे। मेरे पति सरकारी सेवा में प्रथम श्रेणी के अधिकारी है। उनका मंत्रालय में जान पहचान है। आपके लड़के को भारतीय रेलवे, मुंबई मेट्रो, नागपूर मेट्रो, आईआरसीटीसी, भारतीय कोळसा निगम व भारतीय खाद्य निगम में कही भी नौकरी में लगा देगी, ऐसा कहकर आरोपी डॉक्टर ने 2018 में शिंदे से अलग-अलग चरणों में पैसे लिए।

नागपुर में उसके भाई व उसके मां उच्चपद पर है ऐसा कहकर आरोपी ने शिंदे के लड़के का शैक्षणिक कागद पत्र व्हाट्सएप्प पर मगवा लिए थे। आरोपी ने शिकायतकर्ता का भरोसा जितने के लिए ये भी कहा कि इससे पहले ऐसे मैंने कई लोगो की नौकरी लगा दी है। जिसके बाद शिंदे इस्लामपूर आकर 9 लाख रुपए आरोपी को कई चरणों में ट्रांसफर किए।

आरोपी डॉक्टर डेढ़ साल से पुलिस से बचता फिर रहा था –
पैसे लेने के बाद मांदाडे ने  रितेश मोंढे व हर्षल को नागपुर से मिलवाया। वे शिंदे और उनके बेटे को पश्चिम बंगाल के आसनसोल स्टेशन ले गए। वहां उन्होंने कामेश्वर सिंह के साथ परिचय कराया। दोनों ने कहा कि दो दिन में नियुक्ति आदेश जारी कर दिया जाएगा। आठ दिन बाद शिंदे बिना किसी आदेश के गांव लौट आए। कुछ दिनों बाद मांदाडे का फोन आया कि काम हो गया। वे दोनों आसनसोल गए। इंतजार के बाद भी नौकरी का ऑर्डर नहीं मिला। धोखाधड़ी को भांपते हुए शिंदे ने मांदाडे से रिफंड की मांग की। उसने भुगतान करने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।

इस मामले में राजेंद्र कुमार शिंदे ने 28 जनवरी 2020 को डॉ. मनीषा मांदाडे, कामेश्वर सिंग, रितेश मोंडे, हर्षल व राज सिंघानिया ने इस्लामपुर पुलिस में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।

रैकेट होने की संभावना –
रेलवे नौकरी धोखाधड़ी के इस मामले में महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं। इससे बड़ा रैकेट होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस उपअधीक्षक कृष्णात पिंगळे, पुलिस निरीक्षक नारायण देशमुख के मार्गदर्शन में सहाय्यक निरीक्षक अरविंद काटे, उमाजी राजगे, सौ. खोत की टीम ने यह कारवाई की।