अंततः पिंपरी चिंचवड पर आ गई पानी कटौती की आफत

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – जिसका भय पिंपरी चिंचवडवासियों को सता रहा था वह घड़ी आ गई। शहर की प्यास बुझाने वाले पवना डैम में जलसंचय घटने और कड़ी धूप से बाष्पीभवन की रफ्तार बढ़ने से पानी कटौती का कड़ा फैसला किया गया है। फिलहाल डैम में 29.33 फीसदी ही पानी बचा है जोकि 30 जून तक के लिए ही पर्याप्त साबित होगा। इसके चलते मनपा प्रशासन ने शहर में एक दिन छोड़कर पानी आपूर्ति करने का फैसला किया है। इसकी अमलबाजी सोमवार यानी 6 मई से की जा रही है।

पवना डैम में जब 15 जुलाई तक पर्याप्त इतना जलसंचय रह गया था तब जलसंपदा विभाग ने मनपा को बार बार पत्र भेजकर कटौती कर पानी की बचत करने की सलाह दी थी। मगर तब राजनीतिक दबाव के चलते मनपा प्रशासन ने कटौती के फैसले को टाल दिया था। जब जलसंचय लगातार घटने लगा तब सप्ताह में एक दिन की कटौती लागू की गई। मगर घटता जलसंचय और बढ़ते बाष्पीभवन से पवना डैम में तकरीबन 30 फीसदी पानी संचय रह गया है। यह पानी 30 जून तक की आपूर्ति के लिए पर्याप्त होगा।

गर्मी की दाहकता को देखते हुए पवना डैम में उपलब्ध पानी 15 जुलाई तक बचना जरूरी है। क्योंकि अगर बारिश में देर- सबेर हो गई तब पानी की किल्लत गंभीर हो जाएगी और जलसंकट गहरा जाएगा। ऐसे में 25 से 30 फीसदी पानी कटौती करना जरूरी बन गया है। जलसंपदा विभाग से मिले इस पत्र को गंभीरता से लेकर मनपा प्रशासन ने शहर में पानी कटौती बढ़ाने का फैसला किया है। इसके अनुसार पिंपरी चिंचवड शहर में अब सप्ताह में एक दिन की कटौती के बजाय एक दिन छोड़ कर जलापूर्ति करने की घोषणा की गई है।

मनपा जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों की एक तत्काल बैठक बुलाई गई। इसमें उपलब्ध जलसंचय और जलसंपदा विभाग द्वारा भेजे गए पत्र पर चर्चा की गई। इसके पश्चात मनपा आयुक्त श्रावण हर्डिकर और महापाैर राहूल जाधव के आदेशानुसार शहर में एक दिन छोड़कर जलापूर्ति करने का फैसला किया गया। 6 मई से इस फैसले की अमलबाजी शुरू की जाएगी। जलापूर्ति विभाग ने शहर के किस हिस्से में किस दिन पानी की आपूर्ति होगी इसकी एक समयसारिणी भी तैयार की है। पानी की किल्लत को ध्यान में लेकर शहरवासियों से पानी का सोच समझकर इस्तेमाल करने, पानी की बचत करने एवं लीकेज के बारे में मनपा को सूचित करने की अपील की है।