गैंगस्टर गजा मारणे रैली मामले में भाजपा के भूतपूर्व सांसद संजय काकड़े गिरफ्तार

पुणे। कुख्यात गैंगस्टर गजा मारणे के जेल से रिहा होने के बाद मुंबई से पुणे तक निकाली गई विशाल रैली के मामले में पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शहर के जाने-माने उद्योगपति एवं भाजपा के भूतपूर्व सांसद संजय काकड़े को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को पुलिस की इस कार्रवाई से समस्त पुणे में खलबली मच गई है। काकड़े पर गैंगस्टर गजानन उर्फ गजा मारणे के साथ संबन्ध और उसकी रैली के लिए महंगे, आलीशान वाहनों की आपूर्ति और फंडिंग देने का आरोप है। उनके खिलाफ बंडगार्डन पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।
करीबन दो माह पहले गैंगस्टर गजानन मारणे की हत्या के मामले में निर्दोष मुक्तता के बाद उसे मुंबई के तलोजा कारागृह से रिहा किया गया। जेल से छूटने के बाद उसके समर्थकों ने मुंबई से पुणे तक एक्सप्रेस वे पर विशाल रैली निकालकर उसका स्वागत किया। इस रैली में 300 से ज्यादा महंगे और आलीशान वाहनों के साथ सैकड़ों समर्थक शामिल हुए थे। उसके समर्थकों ने रैली के दौरान पुणे-मुंबई एक्सप्रेस वे पर पुणे के कोथरुड तक स्थित टोलनाका के अलावा जगह-जगह चेकपोस्ट, ट्रैफिक सिग्नल पर लोगों, पुलिस कर्मचारियों और दूसरे वाहनचालकों के साथ बदसलूकी की और रैली के जरिये दहशत फैलाई।
यही नहीं रास्ते भर पुणे का बाप कौन, महाराष्ट्र का किंग कौन जैसे नारे लगाए गए। गैंगस्टर मारणे की यह रैली एक तरह से पुलिस को दी गई चुनौती मानी गई। इसे गंभीरता से लेते हुए पुणे, पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्तालय, पुणे ग्रामीण पुलिस ने अलग- अलग पुलिस थानों में मारणे और उसके साथियों के अलावा उसकी रैली के लिए वाहन और फंड की आपूर्ति करनेवालों के खिलाफ मामले दर्ज करते हुए धरपकड़ शुरू की। 2 मार्च को मारणे को सातारा पुलिस ने सातारा जिले के मेढ़ा में गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद उसकी रैली में शामिल लोगों की धरपकड़ के अलावा वाहनों को जब्त कर उनके मालिकों से पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ। इसी सिलसिले में मशहूर बिल्डर और उद्योगपति एवं भाजपा के भूतपूर्व राज्यसभा सांसद संजय काकड़े को आज गिरफ्तार किया गया।
पुलिस काकड़े और गजा मारणे के संबंधों की छानबीन में जुटी हुई है। मारणे और पुणे के दूसरे कुख्यात गैंगस्टर नीलेश घायवल के बीच पुरानी रंजिश है। इन दोनों गैंगस्टरों के बीच सुलह कराने में काकड़े ने अहम भूमिका निभाए जाने की खबर है। फिलहाल ये दोनों गैंगस्टर जेल में बंद कर दिए गए हैं। काकड़े की गिरफ्तारी से पुणे के सियासी और उद्योग क्षेत्र में खलबली मच गई है। काकड़े भाजपा के वरिष्ठ नेता रहने के अलावा उनके राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेताओं के साथ भी नजदीकी हैं। हालांकि राज्यसभा सांसद के कार्यकाल की समाप्ति के बाद उन्होंने कुछ दिनों से राजनीति से दूरियां बना ली थी। अपने बेबाक बयानों के लिए पहचाने जाने वाले काकड़े गत कुछ दिनों से शांत रहे हैं। अब गिरफ्तारी के बाद से वे फिर चर्चा और विवादों के घेरे में आ गए हैं।