गढ़चिरली (Gadchiroli News), 22 सितंबर : नागपुर (Nagpur) में रहने वाले बीएसएनएल (BSNL) के रिटायर्ड कर्मचारी की गढ़चिरोली (Gadchiroli Crime) की प्लाट, उनका फ़र्ज़ी आधार कार्ड (Fake Aadhar Card) बनाकर प्लॉट बेचने के मामले का पुलिस (Police) ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में चंद्रपुर के तीन लोगों को गिरफ्तार (Arrest) किया गया (Gadchiroli Crime) है।
मिली जानकारी के अनुसार नागपुर के उपलवाड़ी क्षेत्र में रहने वाले किशन लक्ष्मण खोब्रागडे (Kishan Laxman Khobragade) (उम्र 74 ) ने गढ़चिरोली में 1987 में 274. 62 स्क्वायर मीटर का प्लाट ख़रीदा था। इस प्लॉट को बेचने के लिए तीन साल पहले उन्होंने बोर्ड लगाया था। इसका फायदा उठाते हुए आरोपी महेंद्र नामदेव गेडाम (Mahendra Namdev Gedam) (44 ) और चंद्रशेखर रामलखन घुगुवा (Chandrashekhar Ramlakhan Ghuguva) (30 ) ने अशोक सोनजी इंगले (Ashok Sonji Ingle) (58 ) को अपना प्लॉट बताया। इसके आधार पर इंगले ने अपना आधार कार्ड गेडाम और घुगुवा को दिया।
इसके आधार पर प्लाट के मालिक किशन लक्ष्मण खोब्रागडे के नाम का फ़र्ज़ी आधार कार्ड बनवाया। इतना ही नहीं दोनों ने इस प्लाट की बिक्री भी कर दी। यह जानकारी पुलिस जांच (Police Investigation) में सामने आई है। जिलाधिकारी दवारा इस परिसर में प्लॉट की बिक्री पर रोक लगाए जाने की वजह से आरोपियों दवारा इसी तरह से ठगी (Fraud) करने का दांव सफल नहीं हो पाया। इस मामले में और मामले सामने आ सकते है।
आधार के फोटो से मामला सामने आया
अपना प्लाट बेचे जाने की भनक लगने पर उसके मूल मालिक खोब्रागडे के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। वह तुरंत गढ़चिरोली पुलिस (Gadchiroli Police) के पास पहुंचे। पुलिस दवारा डॉक्युमेंट्स की जांच करने के बाद फ़र्ज़ी आधार कार्ड (Fake Aadhar Card) पर फोटो किसका है, इसका पता लगाया। मुखबिर से जानकारी मिली कि यह व्यक्ति चंद्रपुर का है। इसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। फ़िलहाल तीनों जमानत पर छूट गए है लेकिन मामले की जांच चल रही है। मामले की जांच पुलिस सब इंस्पेक्टर स्वप्निल गोपाले (Police Sub Inspector Swapnil Gopale) कर रहे है।
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