अवैध संबंधों के शक में पति ने ग्‍लू से सील किया पत्‍नी का प्राइवेट पार्ट, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक पति को अपनी पत्नी पर दूसरे मर्दों के साथ अवैध संबंध बनाने का शक था। जिसके बाद पति ने अपनी पत्नी को ऐसी सजा दी। जिससे वह कभी बाहर नहीं आ सकती। दरअसल अफ्रीकी देश केन्‍या से यह मामला सामने आया है। जहां एक शख्‍स ने अवैध संबंधों के शक में अपनी पत्‍नी के प्राइवेट पार्ट को सुपरग्लू से सील करने की कोशिश की है।

क्या है पूरा मामला –

यह मामला तब सामने आया जब पीड़ित महिला पेशाब न कर पाने की वजह से दर्द से छटपटा रही थी। इसी दौरान पडोसियां वहां पहुंचे और उसे बचाया।  फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार करके महिला को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर है। मिली जानकारी के मुताबिक, 36 वर्षीय केन्या के एक छोटे गांव कितुई का रहने वाला मुमो डेनिस एक मजदूर है और अक्सर काम के सिलसिले में घर से दूर रहता था। किसी ने उसको बताया कि उसकी अनुपस्थिति में उसकी पत्नी दूसरे मर्दों को घर बुलाती है। मुमो ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसे अवैध संबंधों का शक उस समय हुआ जब उसने पत्‍नी के मोबाइल में उसकी न्‍यूड तस्‍वीरें देखीं, जो किसी अन्‍य शख्‍स को शेयर की गई थीं। उसने ये तस्‍वीर पत्‍नी के प्राइवेट मैसेज में देखी थीं और उधर से भी ऐसा ही रिप्‍लाई आया था। पत्नी के अवैध संबंधो के शक के चलते उसने ऐसा कदम उठाया।

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार –

पीड़ित महिला की मदद करने वाले पड़ोसी ने बताया कि मुमो ने अपनी पत्नी को बांधकर उसके प्राइवेट पार्ट को सुपरग्लू से सील कर दिया और मौके से फरार हो गया। रिपोर्ट के अनुसार, जब एक अन्य पड़ोसी ने उसे पकड़ने का प्रयास किया तो उसने उसके साथ मारपीट की। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि पुलिस हिरासत में आरोपी ने अपने जुर्म को कबूल कर लिया है।

महिला के प्राइवेट पार्ट को काफी नुकसान पहुंचा –

अस्‍पताल की मेडिकल रिपोर्ट में सामने आया है कि महिला के प्राइवेट पार्ट को काफी नुकसान पहुंचा है। महिला का इलाज कर रहे डॉक्‍टरों का कहना है कि इस घटना से महिला के प्रजनन अंगों को काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसा भी हो सकता है कि अब पीड़ित कभी मां न बन पाए। हालांकि आरोपी के वकील ने भी महिला पर अवैध संबंध के शक के मामले में केस दर्ज करने और आर्थिक दंड की मांग की है।