जिद हो तो ऐसी… डिलीवरी के 6 घंटे बाद ही नवजात को गोद में लेकर दिया इम्तिहान 

छपरा. ऑनलाइन टीम : जीवटता को प्रमाण की जरूरत नहीं होती, जो ठान ले उसे जीवट मनुष्य कर ही दिखाता है। अदम्य साहस से लबरेज व्यक्ति की निशानी होती है यह जीवटता। इसी जीवटता का उदाहरण बिहार के सारण में सामने आया है। एक महिला को इंटर की परीक्षा देनी थी, लेकिन वह गर्भवती थी और दिन भी करीब था। परीक्षा केंद्र जाने की तैयारी के बीच ही प्रसव वेदना शुरू हो गई परीक्षा देने के सिर्फ 6 घंटे पहले महिला ने बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद  नवजात को गोद में लेकर उसने इंटर की परीक्षा भी दी।

मामला तरैया प्रखंड के नारायणपुर निवासी महिला की है। पानापुर प्रखंड के टोटहां जगतपुर निवासी राजदेव राय की पुत्री कुसुम कुमारी की शादी पिछले वर्ष ही तरैया प्रखंड के नारायणपुर निवासी मालिक राय से हुई थी। कुसुम इंटर की पढ़ाई कर रहीं थी और ससुराल आकर भी पढ़ाई जारी रखे हुए थी। इसी दौरान उसने मायके जाकर डुमरसन स्थित हाई स्कूल इंटर का फॉर्म भरा। आर्ट्स की छात्रा कुसुम कुमारी का पहला पेपर भूगोल का था, जिसका इम्तिहान 2 फरवरी को होना था, लेकिन एक फरवरी की रात से ही प्रसव पीड़ा होने की वजह से परिजनों ने उसे आनन-फानन में सुबह रेफरल अस्पताल तरैया में भर्ती कराया। अस्पताल पहुंचने के तुरंत बाद ही कुसुम ने एक पुत्री को जन्म दिया।

नॉर्मल डिलीवरी से सभी को खुशी हुई, लेकिन अब बात इंटर के परीक्षा की थी। परिजनों के पूछने पर कुसुम ने परीक्षा में शामिल होने की इच्छा जताई। उसके बाद परिजनों ने तुरंत ही छपरा स्थित गांधी हाई स्कूल के सेंटर पर पहुंचने के लिए गाड़ी की व्यवस्था की  गई और विशेष परिस्थिति को देखते हुए तुरंत ही अस्पताल प्रबंधन ने कुसुम को डिस्चार्ज भी कर दिया। कड़ाके की ठंड के बावजूद इस विषम परिस्थिति में भी कुसुम अपनी नवजात बच्ची के साथ परीक्षा में शामिल हुई। लोग उसके हिम्मत की दाद दे रहे हैं, तो कुछ लोग शिक्षा के प्रति सच्ची लगन को सलाम को कर रहे हैं।