सभी का दिल चुराने वाली आशा भोसले से जुड़ी दिलचस्प बातें

पुणे : समाचार आॅनलाइन

सदा बहार  गानों  के  लिए  देश  विदेश में   फेमस  और  सुरों  की  मल्लिका  आशा  भोसले का  आज जन्मदिन  हैं।  आज  आशा भोसले  85  साल  की   गयी हैं लेकिन  आज  भी  उनकी आवाज  में  18  साल  की लड़की के  आवाज की तरह खनकती हैं।    आशा  भोसले  साठ  और  सत्तर   से  लेकर आज तक  गीत  गजल, ठुमरी , भजन  , कैबरे  और  पॉप संगीत में  आशा भोसले  ने  संगीत से  जुड़े  प्रेषक को  अपने  सुरो से मंत्रमुग्ध किया हैं। उनकी आवाज को लोगो  ने  हमेशा  पसंद किया हैं।    आशा  भोसले  का  जन्म  महराष्ट्र  के  सांगली  गांव  में  08 सितम्बर 1933 को हुआ।  पिता पंडित  दीनानाथ  मंगेशकर  की  छोटी बेटी  हैं।  संगीतकार  आर  डी  बर्मन से  उनसे दूसरी शादी हुए  हैं।
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साठ  और  सत्तर के  में   भोंसले  के  सुरों   जादु  लोगों  को बेहद पसंद  आने  लगा।  डांसर  हेलन  की आवाज आशा  भोसले  समझी  जाने लगी।  ओ हसीना  जुल्फों  वाली। ….’  और  आजा  आजा  में  हु प्यार  तेरा   इन  गानों  ने  दुनिया  भर  के  प्रेषक को  बहुत  थिरकाया हैं।  आशा भोसले  भारत की पहली  सिंगर  हैं  जिन्हे    ग्रेमी  अवार्ड के लिए  चुना गया हैं।  मेरा कुछ सामान आपके पास हैं  के लिए  आशा भोसले को नेशनल अवार्ड  मिला हैं।   बता  दे  ,  आशा  भोसले  ने  एक कार्यक्रम  दौरान कहा  था  आर  डी  बर्मन  रोमांटिक  गानों  को  बहन  लता मंगेशकर  के लिए  बचाकर रखते थे  ताकि उन गानों  को  पूरा न्याय मिल सके।     आशा भोसले  ने  अपने परिवार के इच्छा विरुद्ध जाकर अपने से  उम्र में काफी बड़े गणपत राव भोसले से  शादी की थी तो  दूसरी शादी आर डी बर्मन से हुई  थी।
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आशा भोसले ने  1948  में    संगीत  के दुनिया में  पहला गाना  गाया  था ।  सावन  आया इस गाने ने  उस  समय  संगीत के  दुनिया में  तहलका मचा दिया था।  संगीतकार  आर डी  बर्मन  के  मौत के बाद  आशा भोसले  ने  गायकी बंद कर दी थी, लेकिन 1995 में  रंगीला  में  तन्हा तन्हा  गीत  गाकर  संगीत के दुनिया  में बता दिया  की  सुरो को किसी उम्र के आकड़ो  की  जरूरत नहीं हैं।