अण्णासाहेब मगर बैंक में अनियमितता व ग़ैरव्यवहार

पिंपरी। सँवाददाता : अण्णासाहेब मगर सहकारी बैंक में कर्ज वितरण, आर्थिक व्यवहार, जमीन खरीदी, वाहन खरीदी, इमारत निर्माणकार्य जैसे कई मुद्दों में अनियमितता व गैरव्यवहार सामने आया है। यह शिकायत एवं बैंक का निदेशक मंडल बर्खास्त कर प्रशासक नियुक्ति कर बैंक को आर्थिक संकट से उबारने की मांग की गई है। पिंपरी चिंचवड़ शहर की अग्रणी बैंकों में शुमार इस बैंक को बचाने के लिए अण्णासाहेब मगर बैंक बचाओ कृति समिति गठित की गई है।
बैंक के सदस्यों ने सहकारिता आयुक्त के पास शिकायत की है, कुछ मुद्दों पर कार्रवाई होनी अभी बाकी है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और बैंक को बचाने के लिए बैंक के सदस्यों ने मिलकर कृति समिति की स्थापना की है। कृति समिति की ओर से राज्य के सहकारिता मंत्री बालासाहेब पाटिल, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पालकमंत्री व उपमुख्यमंत्री अजित पवार को ज्ञापन सौंपकर बैंक में हुई अनियमितता और ग़ैरव्यवहार की जांच की मांग की गई है।
कृति समिति के सदस्यों ने शुक्रवार को एक सँवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि, अण्णासाहेब मगर सहकारी बैंक की इमारत के निर्माणकार्य समेत कई मुद्दों में अनियमितता हुई है। बैंक का कामकाज मनमानी और एकाधिकारशाही पद्धति से शुरू है। सहकार विभाग के परिपत्रों का उल्लंघन कर संपत्ति और वाहन खरीदे गए हैं। निर्माणकार्य व फर्निचर खरीदी में टैंडर प्रक्रिया पूरी नहीं की गई। बैंक की कई शाखाएं घाटे में है, यह जानने के बाद भी निदेशक मंडल द्वारा कोई उपाय योजना नहीं की गई। बैंक की इमारत के लिए निधि अपर्याप्त बताकर भावनिक अपील कर नफा राशि वर्ग कर ली गई। बैंक के निदेशक मंडल ने सेवकों की भर्ती और प्रमोशन में सरकारी नियमों का उल्लंघन करते हुए अपने रिश्तेदारों की भर्ती की है। इसके चलते भर्ती प्रक्रिया में पात्र साबित हुए पिछड़े वर्ग व महिला प्रत्याशियों के साथ नाइंसाफी हुई है। ऐसे कई मुद्दों को इस सँवाददाता सम्मेलन में सामने लाया गया।