इसरो चीफ सिवन ने कहा-कोरोनाकाल में भी हमने साथ-साथ काम किए, वर्क फ्रॉम होम की गुंजाइश ही नहीं थी

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) ने शनिवार दोपहर अपना पहला सैटलाइट लॉन्च कर दिया। यह लॉन्च दोपहर करीब 3:12 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से हुआ। इस लॉन्च में PSLV C49 रॉकेट अपने साथ EOS01 के रूप में प्राइमरी सैटलाइट ओर 9 दूसरे कमर्शल सैटलाइट ले गया। इस लॉन्च के साथ इसरो 328 विदेशी सैटलाइट अंतरिक्ष में भेजने में कामयाब रहा। इसके साथ जाने वाले 9 कमर्शल सैटलाइट विदेशी हैं। इसके अलावा यह इसरो का 51वां मिशन है। यह भी गौर करने की बात है कि कोरोना शुरू होने के बाद यह इसरो का पहला स्पेस मिशन है।

इसरो चीफ के सिवन ने कहा कि यह मिशन इसरो के लिए बेहद खास है। इसे वर्क फ्रॉम होम से नहीं किया जा सकता था। इसके लिए इंजिनियरों और लैब टेक्नीशन ने साथ मिलकर काम किया। कोरोनाकाल में जब पूरी दुनिया सहमी थी, हमारे सामने भी भारी चुनौती थी। कई देशों की आस लगी हुई थी।

अहने पूरी सावधानी और सतर्कता के साथ काम को आगे बढ़ाया और लगातार मेहनत करते रहे। हर इंजिनियर को इस दौरान लैब में रहना जरूरी था। जब इस तरह के मिशन के बारे में बातचीत की जाती है तो हर टेक्नीशन और कर्मचारी को साथ काम करना ही पड़ता है। इसरो चीफ के सिवन ने कहा कि यह मिशन इसरो के लिए बेहद खास और असामान्य है। लॉन्च करने का टाइम दोपहर 3 बजकर 2 मिनट रखा गया था, लेकिन ऐन मौके पर इसरो ने समय में बदलाव करते हुए इसे 10 मिनट बढ़ा दिया।