जिन अफसरों ने दिखाई थी आंख, उन्हें किनारे कर रहे कमलनाथ

भोपाल: समाचार ऑनलाइन – मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद कमलनाथ सबसे पहले उन अफसरों को साइडलाइन करने में लगे हैं, जो उनकी आंखों की किरकिरी बने हुए थे। कुर्सी पर बैठने के महज 24 घंटों के भीतर ही उन्होंने 2001 बैच के आईएएस अधिकारी एवं रीवा कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी को हटा दिया है। उनकी जगह शहडोल संभाग के कमिश्नर जेके जैन को यह ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। जैन 2001 बैच के ही आईएएस अधिकारी हैं, और उन्हें कांग्रेस का करीबी माना जाता है। इसके अलावा कमलनाथ ने आईपीएस अधिकारियों को भी इधर से उधर किया है। छिंदवाडा के एसपी अतुल सिंह की जगह मनोज राय को जिले का नया कप्तान नियुक्त किया गया है। राय इससे पहले भोपाल एसपी रेल के पद पर तैनात थे।

दरअसल, चौधरी 2014 के लोकसभा चुनावों के समय छिंदवाडा के कलेक्टर थे, और किसी विवाद को लेकर कमलनाथ के शिकारपुर स्थित निवास तक जा पहुंचे थे। वहां कमलनाथ के समर्थकों के साथ उनका विवाद भी हुआ था। सूत्र बताते हैं कि कमलनाथ ने चौधरी की शिकायत तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से की थी, जिसके बाद उनका तबादला कर दिया गया था। चौधरी को कुछ समय के लिए भोपाल पदस्थ किया गया था इसके बाद शिवराज ने उन्हें जबलपुर कलेक्टर बनाया फिर उन्हें रीवा की कमान सौंप दी गई।

विधानसभा चुनाव के दौरान भी महेशचंद्र चौधरी सुर्ख़ियों में रहे थे। कांग्रेसियों ने उन पर पक्षपात का आरोप लगाया था, लिहाजा अब जब कमलनाथ सत्ता में हैं तो वो चौधरी से पुराना हिसाब-किताब चुकता कर रहे हैं। चौधरी को फ़िलहाल मंत्रालय में ओएसडी नियुक्त किया गया है। हालांकि, यहां वो कितने दिनों तक रहते हैं ये देखने वाली बात होगी।