Kirloskar Feud | किर्लोस्कर भाइयों की कंपनी  में 130 वर्ष की प्रॉपर्टी को लेकर विवाद; देखे क्या है मामला ? 

मुंबई (Mumbai News), 28 जुलाई : देश के कई बड़े कॉर्पोरेट घराने में चल रहे विवाद की चर्चा होती रहती है।  लेकिन अब देश के एक और बड़े कॉर्पोरेट घराने यानी किर्लोस्कर परिवार (Kirloskar Feud) का एक विवाद सामने आया है।  यह मामला 130 वर्ष पुराने सम्पत्ति (old property) से जुड़ा है।  संजय किर्लोस्कर (Sanjay Kirloskar) के नेतृत्व में किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड (Kirloskar Brothers Limited) ने आरोप लगाया है कि उनके भाई अजय और राहुल किर्लोस्कर के तहत आने वाली चार कंपनियों में उनके 130 वर्ष पुरानी प्रॉपर्टी हड़पने (Kirloskar Feud ) और जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है।

 

लेकिन दूसरे पक्ष की तरफ से इस आरोप का खंडन किया जा रहा है।  परिवार का विवाद बढ़ने के बाद केबीएल ने बाजार नियामक सेबी (SEBI) को एक पत्र लिखा है।  किर्लोस्कर आयल इंजिन्स (Kirloskar Oil Engines), किर्लोस्कर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Kirloskar Industries Ltd.), किर्लोस्कर न्युमेटिक कंपनी (Kirloskar Pneumatic Company) और किर्लोस्कर फेरस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Kirloskar Ferrous Industries Ltd.) दवारा  केबीएल (KBL) का हिस्सा हड़पने अथवा उसे दबाने का प्रयास करने की बात इस पत्र में लिखा गया है।

प्रॉपर्टी हड़पने का प्रयास

केबीएल की प्रॉपर्टी (KBL Property) को अपनी प्रोपट्री के रूप में दिखाने के प्रयास करने की बात सेबी को भेजे गए पत्र में कही गई है।  इस संबंध में किर्लोस्कर इंडस्ट्रीज (Kirloskar Industries) के प्रवक्ता की तरफ से सफाई दी गई है कि सेबी को लिखे गए पत्र में कुछ तथ्यात्मक चूक है। पुरे पत्र में केबीएल की चर्चा नहीं की गई है।

दावे पर सवाल

इस वर्ष 16 जुलाई को अतुल और राहुल किर्लोस्कर के नेतृत्व में पांच कंपनियों के आने से निगडी में कामकाज का नया सिस्टम अपनाये जाने की घोषणा की गई थी।  इन कंपनियों में नए ब्रांड की पहचान और रंग की घोषणा की गई थी।  साथ ही नया किर्लोस्कर (Kirloskar) लोगो का भी चयन किया गया था।   कहा गया था कि यह रंग 130 पुराने नाम की प्रॉपर्टी को दर्शाएगा

130 वर्ष पुरानी प्रॉपर्टी मानने से इंकार

पहले पक्ष दवारा लगाए गए आरोप पर विरोध जताते हुए केबीएल (KBL) ने सेबी (SEBI) को पत्र लिखा है।  इसमें कहा गया है कि केओईएल, केआईएल, केपीसीएल और केएफआईएल की स्थापना क्रमशः 2009, 1978, 1974 और 1991 में की गई थी।
यह 130 साल पुरानी प्रॉपर्टी नहीं है।  अब सेबी इस पर क्या रुख अपनाती है यह देखना महत्वपूर्ण होगा।

 

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