बीड : Kundlik Khande | डिप्टी पुलिस सुपरिंटेंडेंट ने शिवसेना (shivsena) को बदनाम करने की सुपारी ले रखी है. यह आरोप गुटखा मामले में दोषी बीड के शिवसेना जिला प्रमुख कुंडलिक खांडे (Kundlik Khande) ने लगाया है. उन्होंने कहा है कि कोर्ट से आरोप साबित होने पर मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा. किसी भी मंच पर नहीं आऊंगा. गुटखा मामले में दोषी बीड में शिवसेना के जिला प्रमुख कुंडलिक खांडे ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस (press conference) कर अपना रूख साफ किया.
केज पुलिस स्टेशन की सीमा में मिले गुटखा मामले में शिवसेना के पूर्व जिला प्रमुख कुंडलिक खांडे पर केस दर्ज किया गया है. इस मामले के सामने आने के बाद शिवसेना ने उनके पद को स्थगित कर दिया है. लेकिन खांडे ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने दावा किया है कि कोर्ट से उन्हें क्लीनचिट मिलेगी.
बीड जिला गुटखा तस्करी मामले में अपर पुलिस सुपरिंटेंडेंट कुमावत ने कुछ दिन पहले नांदूरघाट, इमारपुर और बीड में गुटखा गोदामों पर छापा मारा था. इसमें तत्कालीन शिवसेना जिला प्रमुख कुंडलिक खांडे के प्रमुख आरोपी होने की जानकारी सामने आई थी. इस मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज होने के बाद पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज है कि वे फरार हो गए थे.
इस बीच सचिव, सांसद अनिल देसाई पिछले सप्ताह बीड जिले के दौरे पर आये थे. उनके स्वागत के लिए पुलिस रिकॉर्ड में फरार खांडे कार्यक्रम में मौजूद थे. खास बात यह है कि सार्वजनिक कार्यक्रम में पुलिस की मौजूदगी में खांडे उपस्थित थे. इसके बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस मामले की राज्यभर में चर्चा होने के बाद पार्टी के सीनियर नेता ने फिलहाल उन्हें पद से हटा दिया है.
कुंडलिक खांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना रुख साफ करते हुए कहा कि मुझे इस मामले में फंसाया जा रहा है. पुलिस ने मुझसे से कहा है कि धारा 169 के तहत मेरा नाम इस मामले से हटाया जाएगा. कार्यकर्ता का फोन आया था इसलिए मैं वहां गया था. इससे मेरा कोई संबंध नहीं है. मुझे फंसाने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन मुझे न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है.