लालू एम्स में ठीक, लेकिन चारा घोटाले का पांचवां मामला फिर पहुंचा सकता है जेल

रांची. ऑनलइन टीम  राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अदालत के आदेश पर अभी दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती हैं, लेकिन उनकी मसीबतें कम होने की बजाये बढ़ती ही जा रही हैं। अब चारा घोटाले के पांचवें मामले में उन्हें गिफ्तार किया जा सकता है। यह मामला  रांची के डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी के मामले से संबद्ध है।

चारा घोटाले के 4 मामलों में सजायाफ्ता लालू यादव रांची के बिरसा मुंडा में अपनी सजा काट रहे हैं। इस बीच, तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भेजा गया है। उनका इलाज रांची के रिम्स में चल रहा था। ताजा मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार लालू की सेहत में सुधार बताया गया है। वे अब पहले के मुकाबले सहज हैं। उनका निमोनिया भी कुछ हद तक ठीक हो गया है।
चारा घोटाले के पांचवें मामले (RC 47/96 डोरंडा कोषागार) में बीते दिन रांची की अदालत में एक बार फिर से 10 महीने बाद सुनवाई शुरू हो गई है। यह 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़ा है। गवाही पूरी हो गई है। सीबीआई की विशेष अदालत में यह मामला हफ्ते में दो दिन सुनवाई के लिए इसे लाया जा रहा है। अभी मंगलवार और शुक्रवार को सुनवाई होगी। लालू समेत दूसरे आरोपितों की ओर से गवाही कराई जा रही है। लालू मुख्य आरोपित के तौर पर अपनी गवाही दर्ज करा चुके हैं। अब दो-तीन गवाहों को ही अपना बयान दर्ज कराना बाकी रह गया है।

बता दें कि लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट ने 3 मामलों में पहले ही जमानत दे दी है, जबकि एक मामले में उच्च न्यायालय में लालू की जमानत याचिका पर सुनवाई चल रही है। चाईबासा कोषागार के दो और देवघर कोषागार से जुड़े एक मामले में लालू को जमानत मिल चुकी है। दुमका कोषागार मामले में आधी सजा काटने और गंभीर बीमारियों की दलील के सहारे उन्होंने जमानत की गुहार लगाई है। इस मामले में 19 फरवरी को सुनवाई होगी।  सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल झारखंड हाई कोर्ट में उनकी जमानत याचिका की पैरवी कर रहे हैं।