Lokmanya Tilak | 102 वर्ष पूर्व बनाई गई लोकमान्य की प्रतिमा केसरीवाडा में स्थापित

पुणे – (Lokmanya Tilak) मुंबई के सरदार भवन में दिवंगत मूर्तिकार केशव लेले द्वारा 102 साल पहले बनाई गई लोकमान्य तिलक (Lokmanya Tilak) की प्रतिमा शुक्रवार को केसरीवाड़ा (Kesariwada) में लगाई गई। लोकमान्य तिलक के सामने बैठ कर 1919 में लेले द्वारा बनाई गई यह प्रतिमा आराम कुर्सी पर बैठी हुई स्थिति में है। केसरीवाडा में आयोजित कार्यक्रम में विधायक मुक्ता तिलक, शैलेश तिलक, मूर्तिकार दिवंगत केशव लेले के बेटे यशवंतराव लेले, उनकी बेटी डॉ. चित्रा लेले, मूर्तिकार अभिजीत धोंडफले के साथ-साथ कुणाल तिलक और चैत्रली तिलक उपस्थित थे।

शैलेश तिलक ने कहा, “लोकमान्य की यह प्रतिमा 1919 के बाद अगले 80 साल तक दादर में लेले परिवार के आवास पर रखी गई थी। फिर 1999 में पुणे के महात्मा सोसाइटी में रहने वाली उनकी पोती डॉ. चित्रा लेले के घर प्रतिमा को ले जाया गया। लेले परिवार चाहता था कि इसे एक अच्छी जगह पर रखा जाए, इसलिए उनसे कहा गया कि जब लोकमान्य के निवास स्थान का जीर्णोद्धार किया जाएगा तब प्रतिमा को वहां स्थापित किया जाएगा। आज गुरु पूर्णिमा और तिलक जयंती के दिन एक इस प्रतिमा को स्थापित की गई है।”

पिता की मृत्यु के बाद मेरे पास उनके द्वारा बनाई गई लोकमान्य तिलक की मूर्ति थी। हमने इसकी कद्र की। मैं चाहता हूं कि वह मेरे बाद एक अच्छी जगह पर सुरक्षित रहे और वह यहां ठीक रहेगा, ऐसी भावना यशवंतराव लेले ने प्रस्तुत की। मूर्ति का जीर्णोद्धार मूर्तिकार अभिजीत धोंडाफले ने किया है।