महाड : (Mahad landslide) रायगढ़ जिले के महाड के तलिये गांव में भूस्खलन से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। बचाव अभियान (rescue operation) अभी भी जारी है। 80 से 85 लोग मलबे में दबे (Mahad landslide) होने की आशंका है। हादसा भले ही कल हुआ हो, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि 19 घंटे बाद भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। कल शाम करीब 4 बजे यह हादसा हुआ। दरअसल गांव एक पहाड़ी की तलहटी में स्थित है।
भारी बारिश के कारण चट्टान गिर गए। 35 घर इसके चपेट में आ गया। हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। हादसे के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। हालांकि इलाके में मूसलाधार बारिश से राहत कार्य में बाधा आ रही है। स्थानीय लोगों ने मलबे के नीचे दबे लोगों को निकालने का काम शुरू किया। अब तक ढेर के नीचे से 32 शव निकाले गए है। अन्य 80 से 85 लोगों के मलबे में दबे होने की बात कही जा रही है।
महाडनजिक असलेल्या गावांना पावसाचा मोठा फटका बसला असून अनेक ठिकाणी भूस्खलन झाल्याने काहीजण मृत पावले आहेत,तळीये गावात ३० पेक्षा जास्त नागरिकांचे मृतदेह ढिगाऱ्या खालून बाहेर काढण्यात आले आहेत! काहीजण अजूनही ढिगाऱ्याखाली अडकले आहेत.NDRF आणि स्थानिक ग्रामस्थांकडून बचावकार्य सुरू आहे. pic.twitter.com/A6zJ83YJ0R
— Pravin Darekar – प्रविण दरेकर (@mipravindarekar) July 23, 2021
इस बीच, विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने दुर्घटना के बाद तलिये गांव का दौरा किया। कल शाम 4 बजे दुर्घटना घटी। हालांकि, प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। दरेकर ने मांग की है कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए।