महाराष्ट्र : नुकसान में चल रही एसटी को फायदे में लाया जाएगा ? माल ढुलाई के बाद अब कुरियर सेवा देगी 

पुणे, 14 जून : माल ढुलाई के सफल प्रयोग के बाद राज्य परिवहन महामंडल नया व्यवसाय शुरू कर रही है। एसटी अब कुरियर सेवा शुरू करेगा। राज्य के कोने-कोने तक पहुंची एसटी बसों के जरिये पार्सल व कुरियर पहुंचाया जाएगा। कुरियर सेवा केवल ग्रामीण क्षेत्रों तक होगी या डोर टू डोर होगी, इस पर अभी तक निर्णय नहीं हुआ है।  पार्सल और कुरियर के जरिये एसटी ने 500 करोड़ रुपए की कमाई  का लक्ष्य बनाया है।

आर्थिक दृष्टि से परेशानी में घिरी राज्य परिवहन महामंडल ने इसे परेशानी में मौका मानकर काम करना तय किया है।
कोरोना महामारी की विपरीत स्तिथि  में भी माल ढुलाई का सफल प्रयोग करके दिखाया है।  इसलिए अब मैनेजिंग डायरेक्टर शेखर चेन्ने के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम पार्सल व कुरियर सेवा की स्टडी करने में जुटी है।  इसके लिए अन्य राज्यों के महामंडल के काम को आधार बनाया जा रहा है।  राज्य परिवहन महामंडल की राज्य की प्रमुख शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में कुल मिलाकर 600 प्लॉट्स है।  पार्सल व कुरियर सेवा के लिए इन प्लॉट्स का इस्तेमाल किया जाएगा।

यूपी का फार्मूला लागू किया जाएगा

उत्तर प्रदेश के एसटी महामंडल सबसे नफे में है।  इसका कारण यह है कि यहां 70% यात्री परिवहन व 30% अन्य जरियो से कमाई होती है।  इसे आधार बनाकर राज्य परिवहन महामंडल से केवल यात्रा सेवा से  ही नहीं बल्कि अन्य जरियो से कमाई की जाएगी।
” पार्सल व कुरियर की हमारी योजना अंतिम चरण में है।  कुरियर सेवा डोर टू डोर देने को लेकर अभी तक निर्णय नहीं हुआ है।  आने वाले कुछ दिनों में इस पर निर्णय होगा।  जल्द से जल्द यह सेवा शुरू करने का प्रयास है “
शेखर चेन्ने, मैनेजिंग डायरेक्टर, परिवहन महामंडल
” एसटी को फायदे में लाने के लिए उसकी कमाई के लिए  अन्य रास्तो की तलाश कर उस पर अमल करना होगा।  कुरियर सेवा से एसटी सेवा को अच्छी कमाई होगी।  इससे इन्कम बढ़ेगी”

श्रीरंग बर्गे, महासचिव, महाराष्ट्र एसटी कर्मचारी कांग्रेस, मुंबई