आगरा. ऑनलाइन टीम : किसानों का आंदोलन अब एक अलग मोड़ पर पहुंचता जा रहा है। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के रद्द कराने की मांग पर अड़े किसानों ने सरकार की हर बात ठुकरा दी है। अब कल गणतंत्र दिवस पर वे ट्रैक्टर परेड करने वाले हैं। इसमें शामिल होने के लिए देश भर के किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने आगरा क्षेत्र में करीब 100 से अधिक किसान नेताओं को कथित तौर पर “हाउस अरेस्ट” कर लिया है।
आगरा बॉर्डर पर पुलिस वाहनों की कड़ी जांच कर रही है। ट्रैक्टरों को दिल्ली की ओर जाने से रोका जा रहा है। किसानों को कहना है कि हमें दिल्ली की सीमा तक पहुंचने से पुलिस नहीं रोक पाएगी। यदि पुलिस हमें ट्रैक्टर ले जाने की अनुमति नहीं देती है, तो हम निजी वाहनों या बसों से जाएंगे। 26 जनवरी को दिल्ली में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएंगे। केंद्र को अपने कृषि कानूनों को वापस लेना होगा और एमएसपी की गारंटी देनी होगी।
किसानों ने आरोप लगाया कि फ्यूल स्टेशनों को प्रशासन ने निर्देश देकर ट्रैक्टरों को डीजल नहीं देने को कहा है। बीच रास्त में पुलिस किसानों को रोक रही है। चिल्ला बॉर्डर पर, भारतीय किसान यूनियन (भानु) के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि हमारे हजारों कार्यकर्ता आगरा क्षेत्र से रविवार शाम तक चिल्ला बॉर्डर तक पहुंचने थे लेकिन उन्हें रोक दिया गया। योगेश सिंह ने कहा कि अगर हमारे कार्यकर्ताओं को दिल्ली जाने की अनुमति नहीं है, तो हम सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की नोएडा यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन और सड़कों जाम करेंगे।