मल्टी स्टारर फिल्में : पैसे कमाने की सदाबहार प्रवृत्ति

नई दिल्ली (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – हाल ही में आई फिल्म ‘कलंक’ में माधुरी दीक्षित नेने, आलिया भट्ट, वरुण धवन और संजय दत्त जैसे कलाकार दिखे और फिल्म ने पहले ही दिन 21.60 करोड़ रुपये की कमाई की। साल 2019 की यह अब तक की पहली फिल्म है, जो अपने पहले ही दिन इतना पैसा इकट्ठा करने में कामयाब रही।

फिल्म और व्यापार विशेषज्ञ गिरीश जौहर ने इस बारे में आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मल्टी स्टाटर फिल्मों ने हमेशा से ही दर्शकों को अपनी ओर खींचा है। हालांकि यह कोई नई बात नहीं है। मुझे याद है कि ‘शान’ और ‘नसीब’ जैसी फिल्में भी मल्टी स्टारर थीं। आज के जमाने में दर्शकों के पास मनोरंजन के कई साधन उपलब्ध हैं। उनके पास सिनेमा हॉल जाने का विकल्प है और इसके साथ ही वे अपने मोबाइल फोन सेट पर भी फिल्म देख सकते हैं। इस वजह से दर्शकों को बड़े पर्दे की ओर आकर्षित करने के लिए मल्टी स्टारर फिल्में काफी काम आती हैं।”

जौहर आगे कहते हैं, “प्रत्येक स्टार की अपनी फैन फॉलोइंग है जो दर्शकों की संख्या को बढ़ाती है और इससे फिल्मों की पहुंच लोगों तक व्यापक स्तर पर होती है।” उन्होंने यह भी कहा कि इसके साथ ही फिल्म की विषयवस्तु भी अच्छी होनी चाहिए।

गिरीश जौहर का मानना है कि बॉक्स ऑफिस पर फिल्मों का प्रदर्शन इस बात पर भी निर्भर करता है कि उन्हें किस तरह बनाया गया है और उन्हें कब रिलीज किया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर ‘केसरी’ और ‘गली ब्वॉय’ को लिया जा सकता है, ये दोनों फिल्में सिंगल हीरो पर आधारित थीं। पहले दिन इनकी कमाई क्रमश: 21.06 करोड़ रुपये और 19.40 करोड़ रुपये थी, जबकि मल्टी स्टारर होने के बावजूद ‘टोटल धमाल’ का पहले दिन का कलेक्शन 16.50 करोड़ रुपये रहा।

जौहर कहते हैं, “अगर एक ही दिन एक साथ कई सारी फिल्में रिलीज होती हैं तो इसका भी प्रभाव बॉक्स ऑफिस के कलेक्शन पर पड़ता है, लेकिन मल्टी स्टारर में कमाई कुछ बढ़कर होती है।”

मल्टी स्टारर फिल्मों की इस कड़ी में आने वाली फिल्में कुछ इस प्रकार हैं, जिनमें सलमान खान, कटरीना कैफ और तब्बू अभिनीत ‘भारत’, ‘मिशन मंगल’ (अक्षय कुमार, विद्या बालन, सोनाक्षी सिन्हा, तापसी पन्नू, नित्या मेनन), ‘गुड न्यूज’ (अक्षय, करीना कपूर खान, दिलजीत दोसांझ), अनुराग बासु की एक शीर्षकहीन फिल्म जिसमें राजकुमार राव व अभिषेक बच्चन के साथ फातिमा सना शेख नजर आएंगी। ‘हाउसफु ल 4’ (अक्षय, रीतेश देशमुख, राणा दग्गुबाती) और अनीस बज्मी की फिल्म ‘पागलपंती’ में जॉन अब्राहम, अनिल कपूर और अरशद वारसी अपने अभिनय का प्रदर्शन करते नजर आएंगे।

फिल्म निर्माता अनीस बज्मी ने आईएएनएस से हुई बातचीत में कहा, “वह अपनी फिल्मों में कलाकारों को महज इस वजह से नहीं लेते कि पोस्टर में उनके चेहरे दिखा सकें। अगर मूवी में 7 से 10 कलाकार हैं तो इसका मतलब यह है कि फिल्म में 7 से 10 कैरेक्टर हैं। उन्हें ऐसा महसूस करना चाहिए कि यह उनकी अपनी फिल्म है।”

बज्मी ने आगे कहा, “मल्टी स्टारर फिल्मों को बनाना काफी मुश्किल भी होता है। कलाकारों के डेट्स को मैनेज कर शूटिंग करना पड़ता है।” अमूमन मल्टी स्टारर फिल्मों का हिस्सा रहे अभिनेता कुणाल खेमू ने आईएएनएस से कहा, “मल्टी स्टारर फिल्मों की सबसे खास बात यह होती है कि इसकी जिम्मेदारी किसी एक ऊपर नहीं होती। हालांकि यही एकमात्र कारण नहीं है, मल्टी स्टारर फिल्मों ने हमेशा से ही मुझे अपनी ओर आकर्षित किया है। ‘गोलमाल’ जैसी फिल्में सभी कलाकारों की वजह से चलती है। यह फिल्म जितनी अजय देवगन की है, उतनी ही मेरी या अरशद या तुषार की है। इस तरह की कहानियां एक गैंग की हैं।” निष्कर्ष के तौर पर गिरीश जौहर ने कहा, “मल्टी स्टारर फिल्मों का दौर पहले भी था, अब भी है और आगे भी यह बरकरार रहेगा।”