शिवसेना के गढ़ में राकांपा का झंडा

पुणे : पुणे के शिरूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पिछले 15 सालों से शिवसेना का गढ़ बना हुआ था लेकिन इस बार पार्टी के उम्मीदवार और तीन बार सांसद रह चुके शिवाजीराव आढलराव पाटील को राष्ट्रवादी कांग्रेस के तगड़े उम्मीदवार अभिनेता डॉ. अमोल कोल्हे ने मात देते हुए जीत हासिल की।

एक ओर देश में भाजपा और मित्र पार्टियों की हवा चल रही है तो दूसरी ओर शिरूर में शिवसेना-भाजपा युति को करारा झटका लगा है। शिवसेना छोड़ राकांपा में आए हुए डॉ. कोल्हे को 6 लाख 32 हजार 442 वोट मिले वहीं पाटील को 5 लाख 74 हजार 164 वोट मिले। डॉ. कोल्हे ने 58 हजार 278 वोटों से पाटील को हराया। राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार ने शिवसेना से उक्त सीट छीनने की जो रणनीति बनाई थी उसे कामयाबी मिली।

जीत के बाद डॉ. कोल्हे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह जीत मतदाता राजा की है। इसका श्रेय शरद पवार, दिलीप वलसे पाटील, अजित पवार को जाता है। मैं उनका आभारी हूं।

सातारा और बारामती में राकांपा के गढ़ बरकरार

अपने पारंपारिक गढ़ बारामती में राकांपा की सुप्रिया सुले ने जीत की हैट्रिक करते हुए 1 लाख 57 हजार 42 वोटों से भाजपा की कांचन कुल को हराया। सुले को 6 लाख 49 हजार 415 जबकि कुल को 4 लाख 92 हजार 373 वोट मिले। भले ही सुले जीती हैं लेकिन कुल ने उन्हें अच्छी खासी टक्कर दी।

दूसरी ओर सातारा में राकांपा के उदयनराजे भोसले ने शिवसेना के नरेंद्र पाटील को मात देते हुए तीसरी बार जीत हासिल की है। भोसले को 5 लाख 45 हजार 593 वोट मिले जबकि पाटील को 4 लाख 35 हजार 681 वोट मिले। सातारा में भोसले की अच्छी पकड़ है लेकिन उन्हें कड़ी टक्कर देकर पाटील ने भी अपनी ताकत दिखाई।