पुणे | समाचार ऑनलाइन
प्रशासन की लापरवाही और उदासीनता के चलते शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के मौसम में सड़कों का तालाब बनना तो अलग बात है, जगह-जगह चल रहे निर्माण संबंधी कामकाज लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। खासकर डीपी रोड से गुजरने वालों के लिए हालात बद-से-बदतर हो गए हैं। यहां पिछले कई दिनों से कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है। जिसकी वजह से सड़क को दो भागों में बांटा गया है। एक हिस्से पर निर्माण सामग्री बिखरी पड़ी है, तो दूसरा हिस्सा यातायात के लिए खुला है। ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के चक्कर में पहले से संकरी हो चुकी रोड पर पत्थरों को डिवाइडर का रूप दिया गया है। ऐसे में गाड़ियों की रफ़्तार पर ब्रेक तो लगा ही है साथ ही हादसों की आशंका भी पैदा हो गई है। लोगों का कहना है कि पत्थर अचानक से दिखाई नहीं देते और रात के वक़्त तो उनका पता लगाना बेहद मुश्किल हो जाता है।
हादसे की वजह
दरअसल, डिवाइडर के तौर पर लगाये गए पत्थरों को सफ़ेद या पीले रंग से नहीं रंगा गया है, जिसके चलते वाहन चालकों को अंदाज़ा ही नहीं हो पता कि सड़क को डिवाइड किया गया है। ऐसे में दुर्घटना की आशंका हर पल बनी रहती है। यहाँ स्थित एक रेस्तरां में काम करने वाले सुब्रोतो का कहना है कि हर दूसरे दिन कोई न कोई हादसा होता रहता है।
आ रहीं शिकायतें
अलंकार पुलिस चौकी के एपीआई संजय चरण ने कहा कि सड़क पर पत्थर रखने के कारण हादसे बढ़ रहे हैं और रोज़ इस संबंध में शिकायतें आती हैं। संजय ने कहा कि वो खुद ही इस संबंध में मनपा से बात करने वाले हैं।
जल्द निकलेगा समाधान
वार्ड नगरसेवक दीपक पोते ने कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा काफी शिकायतें आ रही हैं। हमने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है। जल्द ही रोड कॉन्ट्रैक्टर और मनपा इस समस्या का समाधान निकालेंगे।