PDCC Decision | किसानों के अच्छे दिन आएंगे, अब पांच लाख तक जीरो प्रतिशत पर कर्ज मिलेगा 

पुणे : PDCC Decision | जिले के लाखों किसानों को  पुणे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक (Pune District Central Cooperative Bank) ने बड़ा दिवाली गिफ्ट (diwali gift) दिया है।  शुक्रवार 30 सितंबर को बैंक की हुई एनुअल जनरल बॉडी मीटिंग (annual general body meeting) में अब किसानों को 5 लाख रुपए तक का कर्ज जोरो प्रतिशत के बयाज पर देने का बड़ा निर्णय (PDCC Decision) लिया गया। बैंक के अध्यक्ष रमेश थोरात (Ramesh Thorat) ने बताया  कि तीन लाख से ऊपर की रकम पर बैंक से खुद का नफा छोड़ने के निर्देश उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) ने मीटिंग में दिए।

पुणे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की एनुअल जनरल बॉडी मीटिंग रमेश थोरात की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।  इस सभा में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संस्था के प्रतिनिधि, सदस्य शामिल हुए थे. वर्ष 2020-21 के वित्त वर्ष  के लिए बैंक ने संस्थाओं को 8% रेट से लाभांश देने की घोषणा की है।  पिछले मार्च आखिर में समाप्त वित्त वर्ष में बैंक के पास 11 हज़ार 329 करोड़ रुपए का जमा था ।  बैंक ने 8 हज़ार 109 करोड़ रुपए का वितरण किया है।  पिछले वित्त वर्ष में बैंक को 282 करोड़ रुपए का नफा हुआ था।  नफा और वितरण में तुलना की जाए तो करीब 55 करोड़ 10 लाख रुपए का नफा हुआ है।  थोरात ने बताया कि बैंक का नेट एनपीए जीरो प्रतिशत है।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार बैंक की जनरल बॉडी मीटिंग में ऑनलाइन शामिल हुए थे।  इस मौके पर उन्होंने कहा कि फ़िलहाल बैंक की प्रचलित पॉलिसी के अनुसार तीन लाख रुपए तक का फसल कर्ज जीरो प्रतिशत के ब्याज पर किसानों को दिया जाता है।  आगे से यह सीमा पांच लाख रुपए तक बढ़ाई जाए।  उन्होंने निर्देश दिया कि तीन लाख से ऊपर की रकम पर बैंक को अपना ब्याज छोड़ना होगा। इस संबंध में सहकारिता विभाग के पास तय नियम के अनुसार प्रस्ताव भेजे।  मान्यता मिलने के बाद यह पॉलिसी निश्चित करे।