यूपी में प्रतिष्ठा की सीट साबित कैराना लोकसभा सीट पर मतदान कल

लखनऊ। समाचार एजेंसी

प्रतिष्ठा की सीट बन चुकी उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान होने जा रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव की रणनीतिक भूमिका के हिसाब से इस उपचुनाव को काफी अहम माना जा रहा है। इस सीट पर विपक्ष की साझा उम्मीदवार तबस्सुम हसन सत्तारूढ़ भाजपा की मृगांका सिंह को चुनौती दे रही हैं। क्षेत्र में करीब 17 लाख मतदाता हैं। कैराना के अलावा नूरपुर विधानसभा के लिए भी उपचुनाव होने जा रहा है।

यूपी में शायद यह पहला चुनाव होगा जिसमें सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवार को विपक्ष का साझा प्रत्याशी टक्कर दे रहा हो। भाजपा सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद कैराना लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। भाजपा ने उनकी बेटी मृगांका सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। वह राष्ट्रीय लोक दल की प्रत्याशी तबस्सुम हसन के खिलाफ मैदान में हैं। तबस्सुम को कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का समर्थन है। विपक्ष उम्मीद कर रहा है कि भाजपा विरोधी वोटों को लामबंद कर वह गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव की कामयाबी को दोहराएगा जहां सत्तारूढ़ पार्टी को अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा था।

लोक दल के उम्मीदवार कंवर हसन के नाम वापस ले ने और रालोद में शामिल होने से विपक्ष का आत्मविश्वास बढ़ा है। वहीं दूसरी ओर भाजपा सीट पर कब्जा बनाए रखने के लिए मतदाताओं, पार्टी कार्यकर्ताओं और विपक्ष को कड़ा संदेश दे रही है कि गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव एक भ्रम था और वह अब भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मजबूत है। भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार ने चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अलावा भाजपा ने कम से कम पांच मंत्रियों को चुनावी रण में प्रचार के लिए उतारा।