BIG BREAKING NEWS : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्भया कांड के दोषी मुकेश सिंह की दया याचिका की खारिज

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)| गृह मंत्रालय ने निर्भया कांड के दोषियों में से एक मुकेश सिंह की दया याचिका राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेजी थी। मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्या मामले में मौत की सजा पाए चार दोषियों में से एक मुकेश सिंह ने दया याचिका कुछ दिन पहले ही दायर की थी. लेकिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Of India Ramnath Kovind) ने दोषी मुकेश सिंह (Mukesh Singh) की दया याचिका खारिज कर दी है I

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय से समीक्षा के लिए भेजे जाने और इसे प्राप्त करने के कुछ घंटे बाद ही गुरुवार रात इसे राष्ट्रपति के पास भेज दिया गया। आप सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट से बुधवार को कहा था कि मामले के दोषी मुकेश कुमार सिंह, विनय शर्मा, अक्षय कुमार सिंह और पवन गुप्ता को पूर्व निर्धारित तारीख 22 जनवरी को फांसी नहीं दी जा सकती क्योंकि उनमें से एक दोषी ने दया याचिका दी है और कारावास नियमावली के मुताबिक जब तक सभी कानूनी विकल्प समाप्त नहीं हो जाते, फांसी नहीं दी जा सकती. ऐसे में अब मुकेश सिंह की याचिका खारिज होने के बाद शुक्रवार को ही डेथ वॉरंट पर सुनवाई होनी है.

निर्भया गैंगरेप (Nirbhaya Gangrape) केस में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Of India Ramnath Kovind) ने दोषी मुकेश सिंह (Mukesh Singh) की दया याचिका खारिज कर दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने निर्भया मामले के दोषियों में से एक की दया याचिका शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेजी थी. मंत्रालय ने याचिका को अस्वीकार करने की सिफारिश की थी. निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्या मामले में मौत की सजा पाए चार दोषियों में से एक मुकेश सिंह ने दया याचिका कुछ दिन पहले ही दायर की थी.

आप सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट से बुधवार को कहा था कि मामले के दोषी मुकेश कुमार सिंह, विनय शर्मा, अक्षय कुमार सिंह और पवन गुप्ता को पूर्व निर्धारित तारीख 22 जनवरी को फांसी नहीं दी जा सकती क्योंकि उनमें से एक दोषी ने दया याचिका दी है और कारावास नियमावली के मुताबिक जब तक सभी कानूनी विकल्प समाप्त नहीं हो जाते, फांसी नहीं दी जा सकती. ऐसे में अब मुकेश सिंह की याचिका खारिज होने के बाद शुक्रवार को ही डेथ वॉरंट पर सुनवाई होनी है.

16 दिसंबर, 2012 को हुई इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। 23 वर्षीय महिला के साथ छह आरोपियों ने चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म कर उसे घायल कर दिया था, बाद में छात्रा की मौत हो गई थी।

सभी छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों में से एक नाबालिग था, इसलिए उसे किशोर न्याय अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया। वहीं अन्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर दी थी।